सुबह BSP, दोपहर को बोले- कांग्रेस की जय, शाम होते BJP में शामिल हुए यह नेता,पढ़े विस्तार से
दिल्लीः दमोह जिले के नगरीय निकाय चुनाव में बड़ी उठापटक देखने को मिली. पथरिया नगर परिषद में बीएसपी से नव-निर्वाचित पार्षद सुंदर लाल विश्वकर्मा ने 5 अगस्त को कांग्रेस की सदस्यता लेकर नगर परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और परिषद के 15 पार्षदो में से 8 मत लेकर के विजयी हुई. हैरान करने वाली बात यह है कि जीत के बाद उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ले डाली. इस तरह से बीएसपी के सदस्य ने चंद घंटों में तीन पार्टियां बदल डाली और अध्यक्ष बन कर सभी को हैरान कर दिया.
इस मामले पर पथरिया विधायक ने कहा कि सुंदल लाल की इस हरकत से पथरिया के लोग निराश और हैरान हैं. बता दें, इस मामले चौंकान वाली बात ये भी है कि यही सुंदर लाल का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह गंगा की सौगंध ले रहे हैं कि अध्यक्ष के लिए बीएसपी उम्मीदवार और उपाध्यक्ष पद के लिए बीजेपी उम्मीदवार को वोट देंगे. ये वीडियो ऋषिकेश का बताया जा रहा था. गौरतलब है कि 5 अगस्त को पथरिया नगर परिषद में होने वाले अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव में बदले समीकरणों ने सभी को चौंका दिया. राजनीति के इतिहास पहली बार ऐसा घटनाक्रम सामने आया.
बता दें, नगर पंचायत पथरिया में बीजेपी को जीत को उम्मीद नहीं थी, क्योंकि यहां उसके पास केवल 4 पार्षद थे. यहां उसे बहुमत के लिए 4 और पाषर्द चाहिए ते. 15 में से सबसे ज्यादा 7 पार्षद कांग्रेस के पास थे. माना जा रहा था कि लक्ष्मण ठाकुर का अध्यक्ष बन जाएंगे. लेकिन, तभी नया घटनाक्रम हुआ. बीएसपी के सुंदर लाल विश्वकर्मा ने लक्ष्मण सिंह से बात की और कांग्रेस में चले गए. उनके कांग्रेस में जाते ही उन्हें अध्यक्ष बनाने की घोषणा भी कर दी गई. कमाल की बात है कि वे चुनाव जीत भी गए.
लखनऊ में स्वाइन फ्लू का मामला आया सामने, जाएं कैसे करे बचाओ
जीतने के बाद एक ओर कांग्रेस ने जश्न मनाना शुरू किया, तो दूसरी ओर पता चला कि सुंदर लाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है. वे बीजेपी में चले गए हैं. कांग्रेस से नगर पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सुंदर लाल विश्वकर्मा की मंत्री गोविंद सिंह और मंत्री भूपेंद्र सिंह से चर्चा हुई और वह बीजेपी में शामिल हो गए. इस मामले पर पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई ने कहा कि कांग्रेस के सुंदर लाल विश्वकर्मा को अध्यक्ष बनाने की खबर से लोगों में निराशा फैल गई. हमारी पार्टी में सुंदर सिर्फ पार्षद थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें अध्यक्ष बनाकर जनता के साथ धोखा किया है और उनके अध्यक्ष बनने पर कोई खुश नहीं है.