बिहार : नीतीश कुमार की बातचीत के बाद सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सभी MLA को पटना बुलाया
दिल्लीः बिहार एनडीए में भाजपा और जदयू के बीच रिश्ते में खटपट का संकेत मिलते हैं विपक्षी पार्टियों में हलचल बढ़ गई है. राष्ट्रीय जनता दल के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने सभी विधायकों को पटना में तलब किया है. दरअसल कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की नीतीश कुमार से बातचीत की खबरें सामने आई थीं. दोनों नेताओं की इस बातचीत के बाद कांग्रेस ने ये फैसला लिया है. बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने न्यूज़ 18 से खास बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर सभी विधायकों को सोमवार शाम 6 बजे तक पटना पहुंचने को कहा गया है.
मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम और जदयू द्वारा अपने सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाए जाने के बाद हर पॉलीटिकल डेवलपमेंट पर कांग्रेस की नजर बनी हुई है. मदन मोहन झा ने कहा कि आज राज्य और देश में स्थितियां ऐसी बन गई है जिससे लगने लगा है कि बीजेपी पूरी तरीके से अलग-थलग पड़ गई है. मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार में घटना चक्र जितना तेजी से बदल रहा है वैसे में कांग्रेसी भी चाहती है कि वह अपने विधायकों से सलाह मशवरा कर लें. हांलाकि अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान को लेना है.
मदन मोहन झा ने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी का जो काम करने का तरीका है उससे ना केवल राजनीतिक पार्टियां बल्कि जनता भी त्रस्त है और इसलिए कांग्रेस चाहती है कि बीजेपी की सरकार जितना जल्दी हो जाए यहां से चली जाए. हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव कांग्रेस को कौन पसंद है के सवाल पर मदन मोहन झा ने कहा कि इसका जवाब देना काफी मुश्किल है लेकिन कांग्रेस इतना जरूर चाहती है कि बिहार में सेक्यूलर सरकार का गठन हो जाए. मदन मोहन झा ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ जिस तरीके से हम सड़कों पर उतरे और राजद का समर्थन मिला है वैसे मैं पूरी तरीके से राजद और कांग्रेस बिहार में साथ हैं.
नीतीश कुमार और सोनिया गांधी के बातचीत के बारे में पूछे जाने पर मदन मोहन झा ने कहा कि बातचीत कोई अप्रत्याशित नहीं है. मदन मोहन झा ने कहा कि पिछले एक साल से ऐसा लग रहा था कि जदयू और भाजपा के बीच कुछ अच्छा नहीं चल रहा है और बिहार में सत्ता परिवर्तन होना तय है.