यूक्रेन की मदद के बाद पोलैंड को अब सता रहा रूस के हमले का डर
दिल्लीः पोलैंड को अब सता रहा रूस के हमले का डर.
यूक्रेन की जंग में राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की खुलकर मदद करने वाले पोलैंड को अब रूस के हमले का डर सताने लगा है. पोलैंड ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियारों की सप्लाई की है. ऐसे में उसके पास हथियारों का जखीरा खाली हो गया है. इसलिए पोलैंड अब दक्षिण कोरिया से 1000 टैंक, 600 K9 तोपें और दर्जनों फाइटर जेट खरीदने (Poland-South Korea Deal) जा रहा है. पोलैंड के रक्षा मंत्रालय ने हथियारों को खरीदने की अपनी योजना का ऐलान किया है. यह वही तोप है जिसे भारतीय सेना (Indian Army) भी इस्तेमाल करती है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस डील के तहत पोलैंड दक्षिण कोरिया से 980 के2 मॉडल टैंक, 648 अत्याधुनिक स्वाचालित K9 तोपें और 48 FA-50 फाइटर जेट खरीदने जा रहा है. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह पूरी डील कितने अरब डॉलर की है. पोलैंड को इस साल के आखिर तक 180 के 2 टैंक कोरियाई कंपनी हुंडई रोटेम की ओर से बनाकर मुहैया कराई जाएगी. ये टैंक 120 एमएम के ऑटो लोडिंग गन से लैस होंगे.
इसके अलावा 800 अपग्रेड किए हुए टैंक साल 2026 से दक्षिण कोरिया में बनने शुरू होंगे. शुरू के 48 के9 तोप का निर्माण हानवहा डिफेंस की ओर से इस साल किया जाएगा, जो पोलैंड को इस साल तक मिल जाएगी. वहीं, 600 अतिरिक्त तोपों की सप्लाई साल 2024 से शुरू होगी. साल 2025 से इन तोपों का निर्माण पोलैंड में ही शुरू हो जाएगा. दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ये हथियारबंद वाहन सोवियत जमाने के टैंक की जगह लेंगे, जिसे पोलैंड ने अब यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग में दान कर दिया है.