दिल्ली सीमा शुल्क ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को लिखा पत्र

दिल्लीः

दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर हाल में जब्त 45 बंदूकों के मामले की जांच के लिए दिल्ली सीमा शुल्क ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को पत्र लिखा है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संघीय जांच एजेंसी किसी संदिग्ध आतंकवादी साजिश का पता लगाने के लिए मामले को देख सकती है. एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए कहा, ‘‘एनआईए को पत्र लिखकर इन 45 बंदूकों के जब्त किए जाने की जानकारी दी गई है. हवाई अड्डे पर आई एनआईए की टीम को पहले ही मामले की जानकारी दी जा चुकी है.’’

अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम के एक विवाहित जोड़े को जर्मनी और इटली निर्मित इन बंदूकों की देश में कथित तस्करी करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है, जो बंदूक से भरे दो बैग दंपति को देने के बाद हवाई अड्डे से भागने में सफल रहा. उन्होंने बताया कि दंपति नवजात बच्चे के साथ सोमवार को वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर से दिल्ली पहुंचा था.

अधिकारियों ने बताया कि पुरुष यात्री (पति) ने दो ट्रॉली बैग लिए हुए थे जिसे पेरिस से उसी समय आए बड़े भाई ने दिया था. भाई और दंपति का विमान लगभग एक साथ दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा था. उन्होंने बताया कि बड़ा भाई दंपति को बैग देने के बाद फरार हो गया. अधिकारियों ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ कि फरार तीसरे आरोपी के खिलाफ सशस्त्र अधिनियम सहित कुछ गंभीर आपराधिक धाराओें में मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि सीमा शुल्क विभाग ने जब्त बंदूको के वास्तविक होने का पता लगाने के लिए बैलिस्टिक रिपोर्ट मंगाई है. हालांकि, प्राथमिक रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि इन बंदूकों को कुछ बदलाव के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है.

 इसकी कीमत करीब 12.5 लाख रुपये थी
अधिकारियों ने बताया कि यात्री के सामान से मिली इन 45 बंदूकों की कीमत करीब 22.5 लाख रुपये है. उन्होंने बताया कि पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बच्चे को उसकी दादी को सौंप दिया गया है. उन्होंने बताया कि दंपति ने स्वीकार किया वे पहले भी तुर्की में बनी 25 बंदूकों की तस्करी में संलिप्त थे जिसकी कीमत करीब 12.5 लाख रुपये थी

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