बारिश से कई गांव को उठानी पड़ रही है परेशानी,भूस्खलन से टूटी पाइप लाइनें
दिल्लीः बरसात का मौसम आते ही गांवों में पानी की परेशानी शुरू हो जाती है. बारिश की वजह से भूस्खलन और इससे हर साल पाइप टूटने से ग्रामीण क्षेत्र के लोग पानी से वंचित रह जाते हैं. इन दिनों उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित गेठिया गांव (Gethiya Village Water Issue) में भी ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. जहां कुछ लोग अपने नजदीकी स्रोत से पानी भर रहे हैं, तो कुछ पुराने स्टॉक में बचे पानी का ही इस्तेमाल कर पा रहे हैं.
नैनीताल से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर बसा है गेठिया गांव. इस गांव में 50 से 60 परिवार रहते हैं. इस साल जून महीने के आखिरी दिनों में हुई बारिश की वजह से बलिया नाला से गेठिया को जोड़ने वाली पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई. जिसके चलते पिछले डेढ़ हफ्ते से इस गांव में पानी नहीं आ रहा है. पानी नहीं आने से ग्रामीण काफी परेशान हैं. यह लोग अपने आसपास के स्रोत से पानी भरने पर मजबूर हैं.
स्थानीय निवासी रेखा बताती हैं कि बारिश की वजह से मलबा आने से पानी की लाइन टूटी पड़ी है. हर साल बारिश शुरू होते ही यह समस्या होने लगती है. बार-बार पाइप टूटने से अब उसे जोड़ना भी मुश्किल हो रही है. पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है.
जहां एक तरफ बारिश की वजह से ही इस गांव में पानी नहीं आ पा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ बारिश ही कहीं न कहीं गांव में पानी आने का एकमात्र जरिया भी है. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि इस बीच अगर बारिश ज्यादा होती है, तो इससे स्रोत फूट जाएंगे और फिर पाइपलाइन को इनसे कनेक्ट किया जा सकेगा, जिससे पानी घरों तक पहुंच जाएगा. फिलहाल जल संस्थान की तरफ से गांव में टैंकरों के जरिए पानी भिजवाया जा रहा है. जल संस्थान के अधिकारी ने पाइपलाइन जल्द ठीक करवाने की बात कही है.