कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलों को क्यों पूरा नहीं भरा जाता ? जाने विस्तार से

दिल्लीः आपने सॉफ्ट ड्रिंक्स तो जरूर पी होंगी. कोल्ड ड्रिंक्स या कई अन्य तरह की सॉफ्ट ड्रिंक्स को आमतौर पर प्लास्टिक की बोतलों में पैक कर बेचा जाता है. मगर क्या आपने कभी उनकी बोतल में नजर आने वाली एक विचित्र चीज के बारे में गौर किया है? वो ये कि इन बोतलों को कभी मुंह तक नहीं भरा जाता. हमेशा खाली जगह (Why space left in soft drink bottles) छोड़ी जाती है. क्या आप इसका कारण जानते हैं?

आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कोल्ड ड्रिंक की बोतलों (Why Cold drink bottles are not filled up to the brim) में खाली जगह क्यों छोड़ी जाती है. वैसे तो ये हर कोल्ड ड्रिंक बोतल (cold drink bottle facts) में नजर आता है मगर बहुत कम लोग ही इस चीज पर ध्यान देते होंगे. इसके पीछे बहुत बड़ा वैज्ञानिक कारण छुपा है. ब्रेनली वेबसाइट पर दिए एक जवाब के अनुसार बोतल के ढक्कन और पदार्थ के बीच की खाली जगह अगर ना हो तो उससे बोतल के फटने का खतरा होता है. चलिए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

फैलती है कोल्ड ड्रिंक के अंदर की गैस
सॉफ्ट ड्रिंक्स को पैक करते वक्त उन्हें बिलो रूम टेंपरेचर में ठंडा कर पैक किया जाता है. इसके बाद कई बार बोतलों को धूप में या किसी दूसरे तरह के गर्म तापमान में भी छोड़ दिया जाता है. इस वजह से बोतलों के अंदर तापमान में बड़ा बदलाव हो सकता है. अब चूंकि सॉफ्ट ड्रिंक के अंदर कार्बन डायऑक्साइड जैसी गैस मिली होती है तो जब बोतल का तापमान बढ़ता है तो ये गैस लिक्विड में से बाहर आ जाती है गर्मी के कारण एक्सपैंड यानी फैलने लगती है. इससे बोतल के अंदर का प्रेशर बढ़ने लगता है.

कोल्ड ड्रिंक गिर सकती है बाहर
बढ़े हुए प्रेशर के कारण वो गैस बाहर आने के लिए जोर मारेगी और इससे बोतल फट सकती है. यही नहीं, जब पानी को 4 डिग्री सेल्सियस से ठंडा किया जाए तो वो एक्सपैंड करने लगता है. मगर जब ग्लास बोतल को ठंडा किया जाए तो वो सिकुड़ने लगती है. ऐसे में अगर एयर गैप नहीं होगा तो कोल्ड ड्रिक का वॉल्युम, बोतल के वॉल्युम से ज्यादा हो जाएगा और वो बाहर की तरह गिरने लगेगी.

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