मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुंबिनी-नौगढ़ और सोनौली मार्ग पर मैत्री हब बनाने का दिया आदेश

दिल्लीः मित्र राष्ट्र नेपाल से बेहतर संबंध के लिए हमेशा से पैरवी करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुंबिनी-नौगढ़ और सोनौली रोड पर मैत्री हब बनाने का निर्देश दिया है। इससे दोनों देशों के बीच सामाजिक संबंध में तो सुधार होगा ही, कारोबारी रिश्तों में भी मजबूती आएगी। आकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि साल-दर-साल नेपाल और भारत के बीच कारोबार बढ़ रहा है। वर्तमान में दोनों देशों के बीच करीब 50 हजार करोड़ का कारोबार हो रहा है।

भारत से नेपाल को निर्यात के दो प्रमुख बॉर्डर है। बिहार के रक्सौल के बाद नेपाल में सर्वाधिक मॉल सोनौली बॉर्डर होकर ही जाता है। इसी को देखते हुए इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट का भी निर्माण हो रहा है। नेपाल भारत से सबसे ज्यादा वाहन और स्पेयर पार्ट्स, सब्जियां, चावल, पेट्रोलियम प्रोडक्ट, मशीनरी, दवाएं, एमएस बिलेट, हॉट स्टील, इलेक्ट्रिक सामान और कोयला खरीदता है। वहीं भारत नेपाल से इलाइची, जूस, जूट, आयुर्वेदिक दवाएं, ऑयल केक, पाम ऑयल आदि मंगाता है। नेपाल के बेलेहिया में कस्टम प्रवक्ता तीर्थ राज पासवान ने बताया कि ‘बीते वित्तीय वर्ष भारत से निर्यात करीब 15 फीसदी बड़ा है। सुविधाएं बढ़ेंगी तो कारोबार और बढ़ेगा। वहीं डायरेक्ट्रेट ऑफ फॉरेन ट्रेड के आकड़े के मुताबिक सोनौली बार्डर से भारत का नेपाल के साथ 2200 करोड़ का कारोबार होता है। इसमें गोरखपुर का हिस्सा 220 करोड़ का है।

फर्नीचर के अलावा गीडा में बनी चप्पल, हार्डवेयर, सैनेटरी नैपकिन, गुटखा और रेडीमेड गॉरमेंट का निर्यात नेपाल को होता है। गीडा में फर्नीचर बनाने वाले डॉ.आरिफ बताते हैं कि ‘नेपाल में हर साल करीब 10 करोड़ रुपये से अधिक का फर्नीचर का निर्यात हो रहा है। हाल के दिनों में इसमें 50 फीसदी से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है। चेंबर ऑफ ट्रेडर्स के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि ‘नेपाल रोड पर मैत्री हब बनाने का प्रस्ताव रिश्तों को मजबूत करेगा ही, निर्यात को भी पंख लगेंगे। गीडा और आसपास के इलाकों में बनने वाले उत्पाद की नेपाल में काफी मांग है। हर साल गोरखपुर से नेपाल को 220 करोड़ से अधिक का निर्यात हो रहा है।

कारोबारी और सामाजिक कार्यकर्ता सुधाकर जायसवाल का कहना है कि बॉर्डर एरिया से 20 किलोमीटर के दायरे की अर्थव्यवस्था दोनों देशों के बीच होने वाले कारोबार पर टिकी है। मैत्री हब से होटल, शापिंग मॉल, टॉयलेट आदि की सुविधा में सुधार की संभावना है। सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश त्रिपाठी का कहना है कि ‘सोनौली डिपो में यात्री सुविधाओं को विकसित किया जाना चाहिए। मैत्री हब के विकसित होने से कारोबार 24 घंटे होगा। समाजसेवी कन्हैया साहू का कहना है कि ‘कुशीनगर और भैरहवा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण हो गया है। जिससे कारोबारी रिश्तों में सुधार की पर्याप्त गुंजाइश है।

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