द्विभाषी लोगों को कम होता है अल्जाइमर रोग का खतरा
आमतौर पर लोगों को 60-65 साल के बाद अल्जाइमर (भूलने की बीमारी) होने का खतरा रहता है, लेकिन अब एक नए अध्यन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
अध्ययन में बताया गया है कि अगर आपको दो भाषाएं आती हैं और आप दूसरी भाषा धाराप्रवाह बोल लेते हैं तो आपको अल्जाइमर होने का खतरा कम होगा।
यदि अल्जाइमर होता भी है तो यह अन्य लोगों की तुलना में आपको सात साल से ज्यादा समय तक इस बीमारी से दूर रखने में मदद करता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि विदेशी भाषा बोलने से आपके दिमाग की अच्छी कसरत होती है, जिससे भूलने की बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है।
मौजूदा अध्ययनों के विश्लेषण में पाया गया कि द्विभाषी लोगों में एक भाषा बोलने वालों की तुलना में औसतन पांच से सात साल बाद भी अल्जाइमर होने का खतरा कम रहता है।
एक अन्य अध्ययन से यह भी पता चलता है कि कोई व्यक्ति जितनी अधिक धाराप्रवाह से दूसरी भाषा बोलता है, उसे उतना बेहतर संरक्षण मिलता है।
यह शोध मास्को के एचएसई विश्वविद्यालय और नॉर्थम्ब्रिया विश्वविद्यालय द्वारा किया गया था। यह अध्ययन ‘फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी’ जर्नल में प्रकाशित हुआ।