रूसी अदालत ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को ‘उग्रवादी’ बनाते हुए लगाया प्रतिबन्ध
दिल्ली: मॉस्को की एक अदालत ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को उग्रवादी संस्था घोषित करके प्रतिबंध लगा दिया है। स्थानीय अधिकारियों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि इन दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अतिवादी विचारों के प्रचार प्रसार का आरोप लगाया गया था। रूस की जासूसी एजेंसी ने भी कहा था कि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल रूस की सेना के खिलाफ प्रचार करने में किया जा रहा है। वहीं अमेरिकी कंपनी मेटा ने कहा है कि वह यूक्रेन के लोगों पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाएगी और ब्लादिमीर पुतिन के खिलाफ किए जाने वाले पोस्ट को प्रमोट करेगी।
मेटा के इस ऐलान के बाद रूस के मीडिया रेग्युलेटर ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को बैन कर दिया। मेटा ने कहा था कि अगर यूक्रेन से रूस के खिलाफ हिंसक संदेश भी पोस्ट किए जाते हैं तो वह नहीं हटाएगा। वॉट्सऐप भी मेटा का ही मेसेजिंग ऐप है लेकिन रूस ने इस पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। कोर्ट ने कहा कि वॉट्सऐप प्रचार करने में उतना प्रभावी नहीं है। उसकी पहुंच कम लोगों तक रहती है इसलिए वॉट्सऐप पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है। बता दें कि पिछले दिनों रूस ने यूट्यूब पर भी बैन लगाने की धमकी दी थी। वहीं यूट्यूब ने भी रूसी कंपनियों और टीवी चैनलों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं।