बिहार में अब 12 से 14 साल तक के बच्चे को टीके की बारी, सूची बनाने की तैयारी शुरू
दिल्लीः केंद्र सरकार ने बिहार समेत देशभर में 16 मार्च से 12 से 14 साल की आयु के बच्चों को भी कोरोना टीका लगाने का फैसला किया है। अभी तक 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीके लगाए जा रहे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सोमवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। वहीं, अब 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को एहतियाती खुराक दी जाएंगी।
भारत में कोरोना के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन चीन और यूरोप के कई देशों में संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए केंद्र का यह फैसला काफी अहम है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 16 मार्च से बच्चों का भी टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। उन्होंने सभी बच्चों से कोरोना का टीका लेने को कहा।
बच्चों को ‘कोर्बेवेक्स’ टीका लगाया जाएगा। इसे हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई ने तैयार किया है। हाल ही में इसे बच्चों में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई थी। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जल्द दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही 60 साल से अधिक आयु के सभी लोग एहतियाती खुराक ले सकेंगे। मौजूदा नियमों के तहत सिर्फ बीमार लोगों को ही एहतियाती खुराक दी जा रही थी, अब यह शर्त हटा दी गई है।
बिहार में 12, 13 एवं 14 वर्ष के करीब 90 लाख बच्चों के कोरोना टीकाकरण की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को बताया कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश मिलते ही राज्य में 12 से 14 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
15 से 17 साल तक उम के किशोरो का टीकाकरण शुर होने से पहले नवजात से लेकर 17 साल तक उम के नाबालिग बचचों की संख्या का आकलन किया गया था. उस समय जन्म से आठ वर्ष, नौ से 12 और 13 से 17 साल अलग-अलग उम तक के बचचोंवकिशोरो की सूची बना ली गयी थी. लेकिन केद्र से जैसे ही 15 से 17 साल उम के किशोरो का वैक्सीन लगाने का संकेत मिलने के बादवैक्सीनेशन का काम शुर कर दिया गया.