पहाड़ों में पहले नेटवर्क तलाशते हैं फिर पढ़ते हैं ये बच्चे

नैनीताल । पहाड़ की जिंदगी आसान नहीं है। तब और भी जब सरकारें वादों को हकीकत की शक्ल ना देती रही हों। इन दिनों कोरोना महामारी के बीच स्कूल-कॉलेज बंद हैं। स्कूली बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन को विकल्प के तौर पर देखा गया।

हालांकि, यह आसान नहीं है। नैनीताल के कुछ गांव जिनमें बेतालघाट गांव, मल्यागांव, सौंन गांव हैं। यहां बच्चों को ऑनलाइन क्लास के लिए रोज तकरीबन दो किलोमीटर ऊपर पहाड़ी में जाना पड़ता है।

इन गांवों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है। मोबाइल लेकर नेटवर्क की तलाश में घूमते-घूमते जब बच्चे परेशान हो गए तो उन्होंने नेटवर्क वाली जगह पर अब गोले बना दिए हैं ताकि रोज समय बर्बाद ना हो। बच्चे रोज सुबह तकरीबन 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक पहाड़ी में ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं।

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