बुजुर्ग दंपती नेे कोरोना को दी मात
इंदौर। श्रीनगर एक्सटेंशन में कालिंदी पार्क निवासी बुजुर्ग दंपती ने कोरोना से 18 दिन की लड़ाई के बाद शिकस्त देने मेें कामयाबी पाई है। 79 साल के घनश्यामसिंह परमार को 70 तो उनकी पत्नी 76 वर्षीय अनूप परमार को 90 प्रतिशत संक्रमण था।
23 अप्रैल को पत्नी की रिपोर्ट पाजिटिव आई और फिर उनके पति भी कोरोना संक्रमित हो गए। माता-पिता को कोरोना संक्रमण होने की बात से घबराए उनके पुत्र भूपेंद्रसिंह परमार 12 घंटे तक अस्पतालों में जगह तलाशते रहे, तब कहीं धार रोड स्थित वर्मा यूनियन अस्पताल में उन्हें जगह मिली।
घर में कमजोरी और आक्सीजन लेेवल गिरने के कारण माता अकसर गिर जाती थीं, तो पिता पूरे समय सोतेे रहते थे। 26 अप्रैल को दोनों को इलाज के लिए भर्ती किया गया। भूपेंद्रसिंह बताते हैं कि अस्पताल ने पहले एक ही बेड उपलब्ध होने की जानकारी दी, लेकिन प्रबंधन से आग्रह किया तो वे दोनों को भर्ती करने के लिए तैयार हो गए।
माताजी को बेेड मिला, जबकि पिता को अटैंडर के बेड पर एक ही रूम उपलब्ध हो गया। इलाज के दौरान ज्यादातर समय भूपेंद्र अपने माता-पिता के साथ रहे और दिन-रात उनके स्वास्थ्य पर निगाह रखते रहे।
माता-पिता की तबीयत को लेकर वे अपने चार डाक्टर मित्रों से सतत संपर्क में रहते थे और उनके सुझावों के आधार पर अस्पताल में इलाज कराते रहे। भूपेंद्र कहते हैं अस्पताल प्रबंधन का मैं दिल से आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इतने कठिन समय में अपने माता-पिता के साथ रहने की अनुमति दी।
दोस्तों और बच्चों केे प्रयासों से समय पर दवाइयां आदि मिल गईं, जिससे माता-पिता ठीक हो गए। इलाज के दौरान कभी भी अस्पताल में आक्सीजन की कमी नहीं हुई। भूपेंद्र के पुत्र वंशदीपसिंह परमार घर से दोनों समय का खाना लाते थे।