रास्ते में एंबुलेंस की ऑक्सिजन खत्म, इंजीनियर ने तोड़ा दम

अलवर। राजस्थान के अलवर शहर में राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की एक एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस मरीज की मौत की वजह बन गई। अलवर से जयपुर ले जाये जा रहे कोविड मरीज इंजीनियर राहुल शर्मा की एंबुलेंस में ऑक्सिजन खत्म होने से मौत हो गई। रास्ते में ऑक्सिजन समाप्त होने की वजह से मौत को परिजन हत्या करार दे रहे हैं।

और अब मामले के तूल पकड़ता देख जिला कलेक्टर ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू करवा दी है। गुरुवार को प्रशिक्षु आईएएस डॉ. धीरज सिंह की मौजूदगी में एंबुलेंस में प्रैक्टिकल जांच भी की गई, जिसमें डबल फ्लोर पर 1 सिलेंडर ऑक्सिजन 2 घंटे 30 मिनट तक चली थी।

जबकि मरीज को जयपुर ले जाते समय एंबुलेंस में 2 सिलेंडर उपलब्ध थे और दौसा के समीप पहुंचते ही ऑक्सिजन समाप्त होने के कारण इंजीनियर राहुल शर्मा की एंबुलेंस में ही मौत हो गई थी ।

जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया के आदेश के बाद इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी गुरुवार को राजीव गांधी सामान्य अस्पताल पहुंची और एंबुलेंस में मौजूद सिलेंडरों की जांच की गई। कमेटी की ओर से एंबुलेंस में ऑक्सिजन की खपत के लिए टेस्ट लगाकर जांच की गई। आर्टिफिशियल मानव की फेफड़ों की तरह ही काम करते हैं और इसमें भी उतनी ही ऑक्सिजन की जरुरत होती है।

कमेटी की ओर से इस पूरे मामले में बयान दर्ज किए जा रहे हैं और भौतिक सत्यापन भी किया जा रहा है। सानिया हॉस्पिटल में भी ऑक्सिजन सिलेंडर के डॉक्टर इरफान से ही ऑक्सिजन को सेट कराया और ऑक्सजिन सप्लाई चालू कराई गई थी। डॉक्टर इरफान ने ही इंजीनियर राहुल को एंबुलेंस में शिफ्ट कर ऑक्सिजन लगा कर रैफर किया था।

इस दौरान जांच के लिए हाई ओर माध्यम फ्लो से सप्लाई दी गई थी और एक सिलेंडर करीब 2 घंटे तक चला था। इस पूरे प्रकरण में जिला कलेक्टर के द्वारा गठित की गई कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वहीं इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के की ओर से दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। मृतक के भाई विशाल शर्मा और मनोज ने बताया कि सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस को किराए पर लेकर गए थे और रास्ते मे दौसा पहुंचते ही डेड घण्टे में ही एंबुलेंस में ऑक्सिजन समाप्त हो गई।

अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से उसके भाई की मौत हुई है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

सानिया हॉस्पिटल के डॉक्टर तैयब खान ने बताया कि मरीज राहुल को जयपुर के लिए सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस से जयपुर शिफ्ट किया गया था रास्ते मे एंबुलेंस में ऑक्सिजन समाप्त होने से मरीज की मौत लापरवाही से हुई है।

सीएमएचओ ओपी मीणा ने बताया कि एंबुलेंस में ऑक्सिजन खत्म होने के मामले की जांच के लिये डीएम अलवर ने कमेटी गठित की है मामले की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker