हमीरपुर: धान बेचने वाले किसानों का सत्यापन कराएगा प्रशासन
फर्जीवाड़े की आशंका के मद्देनजर सख्त हुआ प्रशासन, केंद्र प्रभारी से धान बेचने वाले किसानों की मांगी सूची
भरुआ सुमेरपुर। कस्बे के धान खरीद केंद्र में धान बेचने वाले किसानों का सत्यापन कराया जाएगा. उत्पादन से अधिक धान बेचने वाले किसानों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करने के मूड में दिख रहा है. ऐसा सोनभद्र में हुई घटना के मद्देनजर किया जा रहा है. शनिवार को जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने नायब तहसीलदार के साथ केंद्र का औचक निरीक्षण करके धान बेचने वाले किसानों की सूची केंद्र प्रभारी से तलब की है.
सोनभद्र में बिचौलिए ने किसान बनकर हजारों कुंतल धान खरीद केंद्रों मे बेच दिया है. जांच के बाद प्रशासन ने 60 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इस घटना के बाद प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. सुमेरपुर क्षेत्र के जिन गांवों में धान का उत्पादन किया गया है. उन गांवों में मोटे धान का उत्पादन नगण्य है.
इन गांवों में बासमती के साथ अच्छी प्रजाति का पतला धान पैदा किया जा रहा है. लेकिन इस वर्ष खोले गये धान केंद्र में 16 जनवरी तक कुल 135 किसानों ने 6306.40 कुंतल धान बेच चुके हैं. इस स्थिति को देखते हुए सवाल यह उठने लगा है कि जब क्षेत्र में मोटे धान का उत्पादन नगण्य है तब यह मोटा धान क्षेत्र के किसान कहां से ला रहे हैं.
इसी के मद्देनजर शनिवार को नायब तहसीलदार प्रमित सचान ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी बृजेश कुमार यादव के साथ गल्ला मंडी में संचालित धान खरीद केंद्र का औचक निरीक्षण किया. दोनों अधिकारियों को धान खरीद केंद्र में कस्बे के किसान महेश चंद्र तथा पंधरी के किसान पुर्णेन्द्र शंकर धान बेचते हुए मिले. दोनों के अभिलेखों को देखने के बाद अधिकारियों ने किसानों से आवश्यक पूछताछ की.
इसके बाद अधिकारियों ने खरीद केंद्र प्रभारी सुनील कुमार से धान बेचने वाले किसानों की सूची तलब की है. बताते हैं कि इस सूची का सत्यापन कराया जाएगा.
अगर किसानों ने बगैर उत्पादन के अथवा उत्पादन से अधिक धान खरीद केंद्र में बेचा है तो इनके खिलाफ कार्रवाई की प्रबल संभावना है. बताते हैं कि राजस्व विभाग सत्यापन के लिए टीम बनाने की तैयारी कर रहा है।