कोरोना वैक्सीन लॉन्चिंग की तैयारिया तेज़ , फ़ाइज़र के बाद अब सीरम ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का इमरजेंसी अप्रूवल मांगा
ऐसा करने वाली पहली स्वदेशी कंपनी
नई दिल्ली : फाइजर के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज की अनुमति मांगी है। इसी के साथ सीरम इंस्टीट्यूट देश की पहली स्वदेशी कंपनी बन गई है, जो कोरोना वैक्सीन को मार्केट में लॉन्च करने को तैयार है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सीरम ने रविवार को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के पास इसके लिए आवेदन किया है। भारत में अब तक 96.73 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि मैं पिछले दिनों कई वैज्ञानिकों से मिला। मुझे महसूस हुआ कि कोरोना वैक्सीन के देश को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लेकिन हमें अभी भी बेफिक्र नहीं होना है। मास्क और दो गज की दूरी का ध्यान रखिए।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड के 4 करोड़ डोज बना चुका है। सीरम ने अपने आवेदन में कहा है कि ब्राजील और भारत में वैक्सीन में बीमारी से लड़ने के लिए अच्छी एफिकेसी पाई गई है। सुरक्षा के लिहाज से देखें तो कोवीशील्ड के ट्रायल में कोई विपरीत असर सामने नहीं आया। लिहाजा वैक्सीन एक टार्गेटेड पॉपुलेशन को दी जा सकती है। सीरम दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। कंपनी ने कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी को टेस्टिंग के लिए वैक्सीन के 12 बैच सौंपे हैं।
4 दिसंबर को अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारतीय ड्रग कंट्रोलर से अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अप्रूवल मांगा था। फाइजर की वैक्सीन लगाए जाने को और बहरीन ने मंजूरी दे दी है। भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि देश में कोई भी वैक्सीन तभी लाई जाएगी, जब वह यहां क्लीनिकल ट्रायल्स पूरे कर ले। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फाइजर या उसकी सहयोगी कंपनी ने ऐसे किसी भी ट्रायल से इनकार किया था।