आज सुबह मिजोरम में महसूस किए गए भूंकप के तेज झटके, सड़कों में पड़ी दरारें, चर्च भी क्षतिग्रस्त…
भूंकप के तेज झटके आज सुबह मिजोरम में महसूस किए गए हैं। मिजोरम में भूकंप चंपई से 27 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्कैल पर 5.5 बताई जा रही है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक, भूकंप सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर महसूस किया गया। धरती के हिलने से लोग नींद से जागे और घरों से बाहर निकल आए। ऐसे में लोगों के चेहरों पर दहशत साफ देखी जा सकती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोरामथंगा से भूकंप के बाद की स्थिति जानने के लिए फोन पर बातचीत की है। इस दौरान पीएम मोदी ने केंद्र से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
मिज़ोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा सोशल मीडिया के माध्यम से भूकंप के बाद की स्थिति से लोगों को अवगत कराते हुए कहा, ‘मिज़ोरम में 12 घंटे के अंदर दो भूकंप आए। नुकसान का आकलन संबंधित विधायक और ज़िला प्रशासन ने किया है। सौभाग्य से, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सहयोग का आश्वासन देने के लिए मैं प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद करता हूं।
राज्य के भूविज्ञान और खनिज संसाधन विभाग के अधिकारी ने कहा कि भूकंप में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भूकंप सुबह 4.10 बजे हुआ था और भूकंप का केंद्र भारत-म्यांमार सीमा पर चम्पई जिले के जोकवथर में था। भूकंप की गहराई 20 किमी थी उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी आइजोल सहित कई जगह झटके महसूस किए गए। चंबाई जिले के ख्वाबुंगा के ज़ोखावतार में एक चर्च सहित कई मकान और इमारतें आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उन्होंने कहा कि भूकंप ने कई स्थानों पर राजमार्गों और सड़कों पर दरारें पैदा कर दीं। अधिकारी ने कहा कि नुकसान कितना हुआ है, अभी पता नहीं चल पाया है।
बता दें कि 5.1 तीव्रता का भूकंप रविवार को भी मिजोरम में लगभग 4.10 बजे आया था। इससे पहले 18 जून को 4.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया था। वहीं, उत्तर पूर्व के ही राज्य मणिपुर में भी शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। मणिपुर विश्वविद्यालय (University of Manipur) के भू-विज्ञान विभाग के अनुसार राज्य में शनिवार शाम चार बजकर 16 मिनट पर भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 5.1 थी। भूकंप का केंद्र मिजोरम के नगोपा से करीब नौ किलोमीटर दूर था। पुलिस महानिदेशक (डीजी) नियंत्रण कक्ष के अनुसार, इन भूकंप के झटकों से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
हाल के दिनों में गुजरात से नॉर्थ ईस्ट तक लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। देश की राजधानी में तो भूकंप का मुद्दा अदालत तक पहुंच गया है। अदालत ने दिल्ली सरकार से भूकंप आने से पहले किए जाने वाले इंतजामों की जानकारी मांगी है। जानकारों की मानें तो दिल्ली में कोई बड़ा भूकंप आ सकता है, जिससे जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है।