कच्चे तेल में गिरावट : मोदी सरकार के लिए हो सकती है अच्छी खबर
नई दिल्ली। दुनिया में बीते सोमवार को अमेरिका के वेस्ट टेक्सास मार्केट में कच्चे तेल ने ऐतिहासिक गिरावट देखी। ये दुनियाभर की इकोनॉमी के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है। लेकिन भारत को कुछ मोर्चे पर इसका फायदा मिलने की संभावना है। भारत में कच्चे तेल का आयात ओपेक देशों से होता है
कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर की इकोनॉमी रेंगती हुई नजर आ रही है। कच्चे तेल के भाव भी अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। अमेरिका में कच्चे तेल का भाव माइनस में चला गया। ये WTI मार्केट के इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट है।
भारत को कैसे हो सकता है फ़ायदा
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का सस्ता होना। भारत के लिए कुछ मोर्चों पर अच्छी खबर मानी जा सकती है। केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया के मुताबिक हम भंडारण क्षमता बढ़ाकर इस मौके का फायदा उठा सकते हैं। अगर भंडारण क्षमता बढ़ाने पर तेजी के साथ काम हो तो लंबे समय तक निश्चिंत रहा जा सकता है। इसके अलावा सरकार एक बार फिर टैक्स बढ़ाए तेल से कमाई कर राजकोषीय घाटे को कम कर सकती है।