कोरोना से निपटने को अजीबो गरीब टोटके
आधा सैकड़ा लोगों ने कराया मुण्डन

सुमेरपुर कस्बे में कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोग करा रहे सामूहिक मुंडन
संतोष चक्रवर्ती।
सुमेरपुर। कोरोनावायरस के कहर से बचने के लिए लोग वैज्ञानिक तौर तरीकों के साथ-साथ टोने-टोटके भी अपनाने लगे हैं। सुमेरपुर कस्बे के कई परिवारों ने सामूहिक मुंडन कराकर एक नया टोटका अजमाना शुरू कर दिया है। दूसरों को देखकर लोगों में यह टोटका अपनाने के प्रवत्ति बढ़ी है और तमाम परिवार सामूहिक रूप से मुंडन करा चुके हैं। वैसे तो सनातन धर्म में मुंडन कराने के तमाम प्रमाण वेद पुराणों में ही मिलते हैं । लेकिन कलयुग में इन वेद पुराणों की बातों का बहुत ही कम महत्व है और लोग परिवार में शोक की घड़ी में ही सामूहिक मुंडन कराते हैं। इसके अलावा किसी भी धार्मिक व सामान्य कामकाज में सामूहिक मुंडन कराने का प्रावधान नहीं है। लेकिन कोरोना के कहर ने लोगों के अंदर सामूहिक मुंडन की प्रवत्ति को जन्म दे दिया है। लोग जैसे ही पूरे परिवार को सिर मुड़ाते देखते हैं तो चौंंक जाते हैं और कई सवाल खडे होने लगते हैं। लोग जवाब देते हैं कि यह तो कोरोना वायरस से निपटने का मैजिक टोटका है।
अभी तक सुमेरपुर कस्बे में आधा सैकड़ा परिवारों ने सामूहिक मुंडन कराया है ताकि वायरस का बचाव बना रहे और पूरा परिवार सुरक्षित रहे। मुंडन कराने वाले परिवारों से जब मुंडन की वजह पूछी गई तो उन्होंने अजीबोगरीब जवाब देकर चौंका दिया. उन्होंने कहा कि आदिकाल में बाल रखने की परंपरा नहीं थी। क्योंकि इससे वायरस उत्पन्न होते थे और गर्मी बारिश के मौसम में बीमारियां पैदा होने का खतरा बना रहता था। कोरोना वायरस भी एक भयंकर वायरस है और इसके बालों में पनपने की संभावना अधिक है। इसी के मद्देनजर बच्चों के साथ सामूहिक मुंडन कराया है। एक सप्ताह के अंदर इस तरह मुंडन कराने की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।