TET और STET की वैधता 2 साल बढ़ने से 50 हजार अभ्यर्थियों को फायदा
टीईटी और एसटीईटी के प्रमाणपत्र के सात साल की वैधता को दो साल आगे बढ़ा कर नौ साल कर दिया गया है। इसका फायदा उन अभ्यर्थियों को मिलेगा, जिन्हें अभी तक नियोजन में शामिल होने का मौका नहीं मिला था। छठे चरण के नियोजन में लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों को इसका फायदा मिलेगा।
प्रदेशभर के लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों को दो साल की वैधता बढ़ाने का फायदा मिलेगा। ज्ञात हो कि 2012 में आयोजित एसटीईटी में 75 हजार ऐसे अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किये थे। ऐसे अभ्यर्थियों को राज्य सरकार ने प्रशिक्षण लेने को कहा था। ज्ञात हो कि काफी संख्या में प्रशिक्षण लेने के बाद भी कुछ अभ्यर्थी बच गये थे, जिनका नियोजन नहीं हो पाया था। इस बीच 2019 में प्रमाणपत्र की वैधता भी खत्म हो गयी। लेकिन राज्य सरकार ने हजारों अभ्यर्थियों को राहत दी है। छठे चरण के नियोजन में लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों को फायदा होगा। शिक्षा विभाग ने नियोजन का काम शुरू कर दिया है। नियोजन की घोषणा जून 2019 में हुआ था।