दिल्ली हमले में था ईरानी कमांडर कासिम का हाथ: ट्रम्प
वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान की कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के फैसले का बचाव किया है। ट्रम्प ने कहा है कि कासिम सुलेमानी की आतंकी साजिशें दिल्ली से लेकर लंदन तक फैली थीं। ट्रम्प ने आगे कहा, “अगर कहीं भी अमेरिकियों को डराया गया, तो हमने टारगेट लिस्ट पहले ही तैयार कर ली है।
हम जरूरत के हिसाब से हर तरह की कार्रवाई के लिए तैयार हैं।” इराक की राजधानी बगदाद में कासिम सुलेमानी के अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए। बगदाद में शनिवार सुबह से ही जगह-जगह सुलेमानी के लिए शोकसभा आयोजित की गई। अंतिम संस्कार के दौरान लोग इराकी और मिलिशिया के झंडे लहराते हुए ‘डेथ टू अमेरिका’ का नारा लगा रहे थे।
कुछ लोगों ने सुलेमानी का पोस्टर लिया था तो कुछ ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का। ट्रम्प ने दिल्ली में जनरल सुलेमानी की आतंकी साजिश का जिक्र जरूर किया, लेकिन उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। दिल्ली में फरवरी 2012 को इजराइली राजनयिक की पत्नी टाल योहोशुआ कोरेन जब अपने बच्चों को स्कूल छोड़ कर लौट रही थीं, तो उनकी कार में किसी ने एक बम फिट कर दिया।
धमाके में राजनयिक की पत्नी, ड्राइवर और दो राहगीर घायल हुए थे। पुलिस जांच में पता चला था कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इस हमले की साजिश रची थी। मामले में एक ईरानी युवक को भी गिरफ्तार किया था, हालांकि बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया गया था। माना जा रहा है कि ट्रम्प इसी घटना को जनरल कासिम से जोड़ रहे थे।