चिन्मयानंद कांड : क्या आरोप लगाने वाली पीड़िता को पुलिस ले गयी अपने साथ ? जानिए सच
पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को मंगलवार को एसआइटी ने खिरनी बाग के पास उस समय रोक लिया जब वह कोर्ट जा रही थी। छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तारी से बचने की खातिर जिला जज की कोर्ट में अर्जी लगाई थी, जिस पर आज सुनवाई के लिए वह अपने परिवार के साथ कोर्ट जा रही थी। इसके बाद एसआईटी ने कड़ी सुरक्षा में विधि छात्रा को कोर्ट पहुंचाया।
स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में विधि छात्रा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के वारंट जारी हुआ है। अपनी और अपने साथियों की जमानत के लिए सोमवार को विधि छात्रा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद छात्रा ने स्थानीय कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर आज सुनवाई होनी थी। इसी सिलसिले में छात्रा अपने परिजन व गनर के साथ स्थानीय कोर्ट जाने के लिए घर से निकली। एसआईटी ने खिरनी बाग चौराहे के पास रास्ते में छात्रा को रोक लिया और उससे पूछताछ की। छात्रा ने बताया कि वह कोर्ट में हस्ताक्षर करने जा रही थी। इस पर एसआईटी ने उसे और उसके परिवार को कड़ी सुरक्षा के घेरे में लेकर कोर्ट तक पहुंचाया।
अफवाह उड़ी, छात्रा को एसआईटी ने हिरासत में लिया
एसआईटी ने जैसे ही छात्रा को रास्ते मे रोक पूछताछ करना शुरू की तो वहां पर काफी भीड़ लगनी शुरू हो गई। इस बीच किसी शख्स ने यह अफवाह उड़ा दी कि छात्रा को एसआईटी ने हिरासत में लिया है जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की चर्चा पूरे शहर में शुरू हो गई।