हर संकट की काट है बजरंगबली के ये चमत्कारी मंत्र, सिर्फ जाप करने से दूर होंगी हर बाधा
ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, ऐसी ही कुछ विधाएं हैं जिनके प्रयोग से हम जीवन में आ रहे संकटों के रुख मोड़ सकते हैं। तकलीफ होने पर लोग इन शास्त्रीय उपायों का प्रयोग करते हैं। लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे उसे जानने के बाद आप भी इन कामो को करने से पहले हज़ार बार सोचेंगे और कभी करने के बारे में सोचेंगे भी नहीं क्योंकी अगर ये काम आप करने का सोचे भी तो एक बार जरुर सोच ले आपके साथ क्या हो सकता है। वर्तमान समय में भी पूजा पाठ करने की परंपरा को निभाया जा रहा है, ऐसा माना जाता है कि पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।पूजा करने से मन की शांति प्राप्त होती है और घर परिवार में किसी भी प्रकार की मुसीबत नहीं आती है परंतु पूजा करने के भी कुछ नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना बहुत ही आवश्यक है।
अगर आपकी जिंदगी मैं परेशानिया कम होने का नाम नहीं ले रही है तो हम आपको हनुमान जी का एक उपाय ऐसा बताएँगे जिसके करने से आपकी जिंदगी के सारे संकट दूर हो जायेंगे | आपको तो पता ही होगा की हनुमान जी को संकटमोचन क्यों कहा जाता है | क्योंकि हनुमान जी हर संकट से उभारने मैं सक्षम है इसलिए उन्हें संकटमोचन कहा जाता है | इस दुनिया मैं हर व्यक्ति को कोई न कोई समस्या जरूर होती है मगर कुछ व्यक्ति ऐसे होते है जिनकी जिंदगी मैं समस्या लगी रहती है | यदि आपकी जिंदगी मैं भी परेशानियों का दौर चल रहा है और खत्म होने का नाम तक नहीं ले रहा है तो आप ये हनुमान जी का 8 मंत्रो का उपाय जरूर करें इस उपाय को करने से आपकी समस्याओं का समाधान जरूर हो जायेगा…
इस प्रकार करें ये उपाय
इस उपाय मैं आपको पीपल के पेड़ नीचे बैठकर हनुमान जी के ख़ास 8 मंत्रो का जाप करना होगा | आप ऐसा करें मंगलवार के दिन सुबह जल्दी स्नान करने के बाद आप लाल, पीले, या नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर ले और फिर उसके बाद आप हनुमान जी की एक छोटी सी प्रतिमा या तस्वीर लेकर एक पीपल के पेड़ के पास चले जाए और लाल कपडा बिछाकर हनुमान जी की प्रतिमा को वहा लगा दें | फिर आप सरसो के तेल का दीपक जलाकर चार अगरबत्तियां वहा जला दें | एक पीपल का पत्ता ले और उसके ऊपर अपनी पूरी समस्या को केसरी रंग के सिंदूर से लिख दें और इस पत्ते को आप हनुमान जी के चरणों मैं रख दें | नीचे दिए गए मंत्रो का 3 बार उच्चारण करें | ये कुल आठ मंत्र है ये मंत्र इस प्रकार है…
पहला मंत्र – ॐ तेजसे नमः
दूसरा मंत्र – ॐ प्रसन्नात्मने नमः
तीसरा मंत्र – ॐ शूराय नमः
चौथा मंत्र – ॐ शान्ताय नमः
पाँचवा मंत्र – ॐ मारुतात्मजाय नमः
छठा मंत्र – ॐ हं हनुमते नमः
सातवा मंत्र – ॐ मारकाय नमः
आठवाँ मंत्र – ॐ पिंगाक्षाय नमः
आप इन मंत्रो का जाप करने के बाद हनुमान जी की आरती करें और भूल चूक माफ़ करने की विनती करें | उसके बाद आप उस पीपल के पत्ते को ले जिसके ऊपर आपने अपनी समस्या लिखी थी और उस पत्ते को वृक्ष के नीचे जमीन मैं गाड़ दें | अब आप हनुमाना जी की मूर्ति या तस्वीर और पूजन सामग्री को लेकर घर पर आ जाये घर आने के बाद आप शाम के समय हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करना न भूले | हनुमान चालीसा आप, सुबह मंत्रो के जाप के बाद भी पढ़ सकते है | साथ मैं आप हनुमान जी का व्रत जरूर करें और ध्यान रखे की इस दिन आप किसी भी प्रकार का गन्दा खाना या नशा न करें नहीं तो आपका ये उपाय फीका पड़ जायेगा |