गुरुग्राम में ईडी की बड़ी कार्रवाई, कई कंपनियों की 557 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क

ईडी ने पीएमएलए के तहत गुरुग्राम की कई कंपनियों की 557 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की। एजेंसी ने एमटेक समूह के प्रमोटर अरविंद धाम से जुड़ी संपत्तियां भी कुर्क की। जांच एजेंसी ने इससे पहले 40 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली थी और बाद में अरविंद धाम को गिरफ्तार किया था।

अधिकारियों ने बताया कि ईडी के गुरुग्राम क्षेत्रीय कार्यालय ने बुधवार को धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कई कंपनियों की 557.49 करोड़ रुपए मूल्य की चल और अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया। इन कंपनियों में मेसर्स एमटेक ऑटो लिमिटेड, मेसर्स एआरजी लिमिटेड, मेसर्स एसीआईएल लिमिटेड, मेसर्स मेटालिस्ट फोर्जिंग लिमिटेड और मेसर्स कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, एमटेक समूह के प्रमोटर अरविंद धाम और अन्य की संपत्तियां शामिल हैं।

ईडी अधिकारियों ने बताया कि यह कुर्की 5 सितंबर 2024 को ईडी द्वारा जारी 5115.31 करोड़ रुपए की कुर्की के बाद की गई है, जिसकी पुष्टि पीएमएलए एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी ने की है। इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने 40 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली थी और बाद में अरविंद धाम को गिरफ्तार किया था।

ईडी ने मेसर्स एमटेक ऑटो ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए 27 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर जांच शुरू की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश में केंद्रीय जांच एजेंसी को एमटेक ऑटो ग्रुप द्वारा 27000 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के संबंध में चिंता व्यक्त की तथा ईडी द्वारा व्यापक जांच की जरूरत पर बल दिया। यह भी उल्लेख किया गया कि आईडीबीआई बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इसमें बैंकों को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाकर बैंक कर्जों को अवैध रूप से डायवर्ट करने का आरोप लगाया गया था।

कुर्क की गई संपत्तियों में राजस्थान और पंजाब में 145 एकड़ जमीन, दिल्ली/एनसीआर में अन्य संपत्तियां शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत 342 करोड़ रुपए है। इसके अलावा 112.5 करोड़ रुपए की एफडी और बैंक बैलेंस, शेयर, म्यूचुअल फंड और एआईएफ में निवेश, जिनकी कीमत 123.9 करोड़ रुपए है। ईडी अधिकारियों ने कहा कि एमटेक की सभी संपत्तियों की पहचान सीधे अपराध की आय के रूप में की गई है और ये अरविंद धाम के स्वामित्व वाली कई कंपनियों के माध्यम से हैं। एमटेक कंपनियों की संपत्तियां बैंकरों के पास हैं, जिन्होंने कर्ज स्वीकृत किए हैं।

कुर्क की गई संपत्तियों में मुंबई स्थित शेयर बाजार संचालकों के निवेश भी शामिल हैं, जो एमटेक समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के माध्यम से धोखाधड़ी में शामिल थे। ईडी की जांच से पता चला है कि एमटेक समूह की कंपनियां मेसर्स एमटेक ऑटो लिमिटेड, मेसर्स एआरजी लिमिटेड, मेसर्स एसीआईएल लिमिटेड, मेसर्स मेटालिस्ट फोर्जिंग लिमिटेड और मेसर्स कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के साथ-साथ अन्य संबंधित समूह को जान बूझकर दिवालियापन के कगार पर ले जाया गया था, जिसके कारण बैंकों को भारी नुकसान हुआ।

ईडी की जांच से पता चला है कि समूह की कंपनियों के वित्तीय विवरणों में हेरफेर किया गया था ताकि धोखाधड़ी वाले और कर्ज लिए जा सकें और खातों में फर्जी संपत्ति और निवेश बनाए जा सकें। ईडी अधिकारियों ने कहा कि आगे की जांच चल रही है।

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