वक्फ बिल पर मुस्लिम संगठनों को समर्थन देने की होड़, तेजस्वी के बाद प्रशांत किशोर भी पहुंचे

पटना में वक्फ संशोधन बिल पर सड़क से लेकर सदन तक शोर है। इस बिल को लेकर मुस्लिम संगठनों को समर्थन देने की होड़ मची है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के ऐलान के बाद पटना के गर्दनीबाग इलाके में इस बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को बिहार विधानसभा में विपक्षी नेताओं ने भी इस बिल को वापस लेने की पुरजोर आवाज उठाई। इतना ही नहीं राजद के दिग्गज नेताओं ने इस मुद्दे पर मुस्लिम संगठनों का समर्थन भी किया है। राजद के अलावा जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी मुस्लिम संगठनों के समर्थन में प्रदर्शन में शामिल नजर आए।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव तथा अब्दुल बारी सिद्दिकी समेत आरेजडी के कुछ अन्य दिग्गज नेता इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। तेजस्वी यादव ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बिल को लेकर वो मुस्लिम संगठनों के साथ हैं। तेजस्वी यादव ने यहां कहा, ‘मुझे खुशी है और गर्व है कि लालू जी का खून मेरे अंदर है। आज किडनी का ऑपरेशन हुआ, हार्ट का ऑपरेशन हुआ लालू जी बीमार अवस्था में हैं लेकिन वो आपका समर्थन करने यहां आए हैं।
मुस्लिम संगठनों के बीच नजर आए पीके
तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव के अलावा जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों के बीच बैठे नजर आए। यहां आपको बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले जन सुराज की तरफ से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था। इसमें प्रशांत किशोर ने वक्फ बिल पर अपना स्टैंड साफ कर दिया था। प्रशांत किशोर ने साफ-साफ कहा था कि अगर मुस्लिम समाज की भावनाओं के विपरित कोई कानून बनाया जा रहा है तो यह उचित नहीं है। वक्फ बिल पर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पीके ने यह भी कहा था कि अगर नीतीश कुमार चाह लेते तो यह कानून नहीं बनता। बीजेपी तो वहीं कर रही है जो उनका अपना एजेंडा है।
संविधान को खत्म करने का प्रयास- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने यहां कहा कि इस गैर संवैधानिक और अलोकतांत्रिक बिल का हम लोगों ने सदन में भी पुरजोर विरोध किया था। विधानसभा में भी दोनों सदनों में चाहे विधानसभा हो या विधान परिषद हो आज हमने वक्फ बिल पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाकर इसपर चर्चा कराने की मांग सरकार से की लेकिन सदन को स्थगित करना पड़ा। हमलोग यह बताना चाहते हैं कि आप लोगों की इस लड़ाई में हम पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं। यह तानाशाही जिस प्रकार से सरकार चल रही है तो वो देश को तोड़ने का काम कर रही है। संविधान को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। हम लोग संविधान को मानने वाले लोग हैं। गंगा-जमुनी तहजीब को मानने वाले लोग हैं। हमारी कोशिश है कि किसी भी कीमत पर यह बिल पास ना हो।
सत्ता की लालच में बिल का समर्थन कर रहे- तेजस्वी
तेजस्वी ने आगे कहा कि हमारी पार्टी के लोगों ने जेपीसी में मजबूती से अपनी बात रखा है और इसका विरोध करने का काम किया है। जो लोग आज सत्ता में आए उन लोगों को एहसास करना पड़ेगा कि संविधान के खिलाफ कोई बिल आए तो सभी लोगों को खड़ा होना पड़ेगा। लेकिन अफसोस है कि कुछ दल सत्ता की लालच में इस बिल का समर्थन कर रहे हैं।
नागपुरिया कानून लागू नहीं होने देंगे – तेजस्वी
आप सभी को हम यह उम्मीद दिलाते हैं कि हम लोग हमेशा आपके साथ खड़े हैं। आप अगर एक कदम चलेंगे तो हम चार कदम चलेंगे। अगर एक होकर हम लड़े तो ईंशा-अल्लाह हमारी जीत तय है। हम संविधान को बचाने का काम करें। किसी भी कीमत पर नागपुरिया कानून को लागू नहीं होने देंगे। देश में संविधान, लोकतंत्र और भाइचारे को बचाने का काम करेंगे। आज मुसलमान बहाना है। कल हो सकता है कि सिख धर्म या चर्चों पर प्रहार किया जाएगा। इनकी साजिश देश को तोड़ने की है। आपकी जमीन को हथियाने की जो लोग कोशिश कर रहे हैं. जो लोग वक्फ को कंट्रोल करना चाहते हैं, कुछ अधिकारियों के हाथ में सौंपना चाहते हैं तो तो यह हम लोगों को कबूल नहीं है।