मां-बाप ने मोबाइल छोड़कर पढ़ने का बनाया दबाव, खफा होकर दिल्ली से मैनपुरी पहुंच गई बच्ची

मोबाइल छोड़कर पढ़ाई करने का दबाव बनाने पर वसंत कुंज दक्षिण थाना क्षेत्र निवासी 12 वर्षीय बच्ची घर छोड़कर चली गई। स्वजन ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बच्ची का पता लगाते हुए उसे उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से खोज निकाला।
कानूनी औपचारिकता पूरी करते हुए ऑपरेशन मिलाप के तहत उसे परिवार से मिलाया। बच्ची माता-पिता से नाराज होकर एक रिश्तेदार के घर चली गई थी।
दक्षिणी पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि दो मार्च को वसंत कुंज दक्षिण पुलिस स्टेशन में एक नाबालिग बच्चे के गुमशुदा होने के बारे में शिकायत प्राप्त हुई। धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश के लिए इंस्पेक्टर बलबीर सिंह ने नेतृत्व में टीम गठित की गई।
कैसे मैनपुरी पहुंच गई बच्ची?
टीम ने परिवार और दोस्तों से मुलाकात कर बच्ची के बारे में जानकारी जुटाई। तकनीकी और मैनुअल जानकारी के आधार पर पता चला कि बच्ची अपने रिश्तेदार के घर मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) गई थी। यात्रा के दौरान वह रास्ता भूल गई।
उसने एक अज्ञात नंबर से अपने परिवार से संपर्क किया। वह फोन नंबर परिवार से लिया गया और उस व्यक्ति से संपर्क किया गया, जिससे बच्ची को स्थानीय पुलिस स्टेशन को सौंपने के लिए कहा गया।
मैनपुरी की स्थानीय पुलिस से संपर्क कर स्थिति की जानकारी दी गई। टीम मैनपुरी पहुंची और लापता बच्ची को वापस दिल्ली लाई। कानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद उसे सुरक्षित रूप से परिवार को सौंप दिया गया।
पांच वर्षीय लापता बच्चे को उसके परिवार से मिलवाया
इससे पहले, दिल्ली के लाहोरी गेट थाना पुलिस की टीम ने पांच वर्षीय लापता बच्चे को उसके परिवार से मिलवाया है। दो फरवरी की शाम लगभग 07:15 बजे पुलिस टीम को बच्चा श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग के पास फुटपाथ पर रोता हुआ मिला।
पुलिसकर्मियों ने रेलवे स्टेशन, बस स्टाप और खारी बावली, चांदनी चौक में उसके माता-पिता की तलाश की। टीम ने आस-पास की मस्जिदों में भी बच्चे के बारे में जानकारी साझा की। तलाशी के दौरान बच्चे के पिता मोहम्मद नौशाद को ढूंढ लिया। उन्होंने बताया कि बच्चा फतेहपुर मस्जिद में नमाज अदा करने के दौरान खो गया था।