पहले जेल में बंद किसानों से मिलेंगे फिर होगी बातचीत, मीटिंग कर लिया गया फैसला

नोएडा, संयुक्त किसान मोर्चा ने दनकौर कैंप पर मीटिंग कर किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनके साथ बर्बरता हुई, तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। जिले में चल रहे किसान आंदोलन के संबंध में पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों से वार्ता करने से पहले किसान नेताओं का 21 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल आज जेल में बंद विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात कर सकता है।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे प्रमुख नेताओं से राय लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा ने दनकौर कैंप पर मीटिंग कर किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनके साथ बर्बरता हुई, तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान के मुताबिक जेल में बंद किसान नेताओं से राय लेकर अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। किसान नेताओं की जो भी राय होगी, उसी के अनुसार काम किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में निर्णय लिया गया कि सोमवार को 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जेल में बंद किसानों से मिलने पहुंचेगा।
पूरी स्थिति से अवगत कराने के साथ उनकी राय ली जाएगी कि अधिकारियों से किन किन मुद्दों पर बात करनी है। राय लेकर जिलाधिकारी से वार्ता की जाएगी। बता दें कि सुखवीर खलीफा, डॉ. रूपेश वर्मा सहित कई प्रमुख किसान नेता जेल में हैं। बैठक में भाकियू टिकैत, जय जवान जय किसान, भाकियू महात्मा टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, सिस्टम सुधार संगठन, भारतीय किसान एकता, किसान एकता महासंघ, भारतीय किसान परिषद, भाकियू भानू, भाकियू अखंड, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू अजगर, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, किसान एकता महासंघ भारतीय किसान यूनियन मंच, भाकियू संपूर्ण भारत आदि संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए।
मीटिंग में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी पवन खटाना ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसान नेताओं को पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया है। किसानों से मुलाकात के बाद ही अधिकारियों से वार्ता सम्भव हो सकेगी। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जेल में बंद किसानों के साथ बर्बरता हुई, तो संयुक्त किसान मोर्चा देशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होगा। इस दौरान चंद्रपाल नवादा, अनित कसाना, सुनील जुनैदपुर, हरेंद्र कसाना, वॉवी नागर, जयकिशन नागर, श्यामवीर एडवोकेट और अरविंद समेत कई किसान मौजूद रहे।