नोएडा इंटरनेशनल जेवर एयरपोर्ट पर विमान की पहली लैंडिंग, कॉमर्शियल फ्लाइट की शुरुआत के लिए रास्ता साफ

नोएडा, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। दिल्ली से शुरू हुई पहली उड़ान ने सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ग्रेटर नोएडा के लिए एक नए युग की करी शुरुआत। यह न केवल एक तकनीकी सफलता है बल्कि 23 साल पुराने सपने को साकार करने का क्षण भी है एयरपोर्ट की यह पहली उड़ान कई महीनो में विशेष रही रनवे पर वाटर कैनन की सलामी ने इस ऐतिहासिक क्षण को और भी अधिक यादगार बना दिया। जेवर हवाई अड्डे के रनवे का निर्माण विशेष रूप से किया गया है।
स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डा प्राधिकरण के सहयोग से रनवे का निर्माण किया गया है। जेवर हवाई अड्डे का रनवे लगभग 3.9 किलोमीटर लंबा है। इसका नंबर 10 से 28 तक दिया गया है। हवाई अड्डे के सीईओ क्रिस्टोफ स्नेलमैन का कहना है कि यदि आज का ट्रायल सफल रहता है, तो फिर किसी और वैलिडेशन की जरूरत नहीं होगी।
जेवर हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इसके शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश में कुल पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2021 को इस हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी। यह दिल्ली-एनसीआर का तीसरा व्यावसायिक हवाई अड्डा होगा, जो इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) और हिंडन क्षेत्रीय हवाई अड्डे के बाद बनकर तैयार होगा।