US में नेपाली मूल के नागरिक नरेश भट्ट ने अपनी पत्नी को उतारा मौत के घाट, इस तरह हुआ खुलासा
अमेरिका के वर्जिनिया में नेपाली मूल के नागरिक नरेश भट्ट पर पत्नी की हत्या का केस चलाया जाएगा। प्रिंस विलियम काउंटी की अदालत ने नरेश भट्ट को उसकी पत्नी ममता काफले भट्ट की हत्या मामले में आरोपित किया है।
अदालत के रिकॉर्ड्स के मुताबिक, नरेश भट्ट पर डेड बॉडी छिपाने का भी आरोप है। मंगलवार को भट्ट को अदालत में पेश होना था, लेकिन इंटरप्रेटर की उपलब्धता न होने के कारण सुनवाई टाल दी गई। अब बुधवार को केस की सुनवाई होगी।
जुलाई से गायब है पत्नी
नरेश भट्ट की पत्नी ममता लापता हो गई थी। उसे आखिरी बार 27 जुलाई को प्रिंस विलियम मेडिकल सेंटर में देखा गया था। ममता वहां नर्स थी। लेकिन इसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा। आरोप है कि नरेश ने ही ममता की हत्या कर उसकी लाश कहीं छिपा दी।
नरेश भट्ट अमेरिकी आर्मी रिजर्व में ऑटोमेटिक लॉजिस्टिक स्पेशलिस्ट था। वह फेयरफॉक्स काउंटी पुलिस का भी सदस्य था। आरोप ये भी है कि भट्ट की पत्नी लापता थी, लेकिन वह गूगल पर सर्च कर रहा था कि ‘पत्नी की मौत के कितने दिन बाद शादी की जा सकती है?’
नेपाली मूल का है कपल
नरेश और ममता दोनों ही नेपाली मूल के हैं। 28 वर्षीय ममता एक बच्ची की मां भी है। पुलिस ने बताया कि डीएनए टेस्ट में पता चला है कि बेडरूम में मिला खून ममता का ही है। पुलिस के मुताबिक कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि 29 जुलाई को ममता की हत्या कर दी गई थी।
अधिकारियों ने कहा, ‘क्राइम सीन को देखकर हम शुरुआत से ही आश्वस्त थे कि उसकी हत्या की गई है। डीएनए टेस्ट से हमारा शक भी सही साबित हुआ। अधिकारी अभी भी डेड बॉडी की तलाश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हमारे पास मजबूत केस है।’
पुलिस के पास अहम सबूत
पुलिस ने कहा कि ‘भट्ट के घर के मेन बेडरूम में खून के निशान मिले थे। कारपेट पर भी हल्के गुलाबी धब्बे थे। बाथरूम में भी काफी खून मिला था। ऐसा लगता था कि किसी चीज को घसीटा गया है।’
सरकारी वकील ने अदालत में कहा कि उनके पास कुछ रिकॉर्डिंग मौजूद है, जिसमें नरेश भट्ट को अक्सर रात में कार से जाते देखा जा सकता है। इसमें वह कूड़े के बैग में कुछ फेंकते दिख रहा है। आरोप है कि ये रिकॉर्डिग ममता के लापता होने के बाद की है।
सलाखों के पीछे है नरेश भट्ट
2 अगस्त को ममता की सहकर्मी ने पुलिस को जानकारी दी कि 1 और 2 अगस्त को अस्पताल आने वाली थी, लेकिन नहीं आई। सहकर्मी ने बताया कि वह फोन भी नहीं उठा रही। जांच करने के लिए पुलिस की एक टीम नरेश और ममता के घर पहुंची।
लेकिन नरेश भट्ट ने उस वक्त मिसिंग रिपोर्ट लिखवाने से इंकार कर दिया। तीन दिन बाद उसने ममता की मिसिंग रिपोर्ट लिखवाई और बताया कि वह आखिरी बार अपनी पत्नी से 31 जुलाई को डिनर टेबल पर मिला था।
पुलिस ने घर की तलाशी ली और जांच के बाद 22 अगस्त को नरेश भट्ट को गिरफ्तार कर लिया था। सितंबर में उसने जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था।