राजेश पावर सर्विसेज की SME प्लेटफॉर्म पर धमाकेदार एंट्री, निवेशकों को मिला 90% का लिस्टिंग गेन

प्राइवेट बिजली कंपनियों को कंसल्टेंसी सर्विसेज देने वाली राजेश पावर सर्विसेज (Rajesh Power Services IPO) की बीएसई के SME प्लेटफॉर्म पर धमाकेदार एंट्री हुई। आईपीओ निवेशकों का पैसा पहले ही दिन डबल हो गया। यह आईपीओ ओवरऑल 59 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
राजेश पावर के आईपीओ का प्राइस 335.00 रुपये था। BSE SME पर इसकी 636.50 रुपये पर एंट्री हुई है। इसका मतलब कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Rajesh Power Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद इसमें अपर सर्किट लगा और यह 668.30 रुपये पर पहुंच गया। इसका मतलब कि आईपीओ निवेशकों का पैसा तकरीबन दोगुना हो चुका है।
Rajesh Power IPO को मिला था तगड़ा रिस्पॉन्स
राजेश पावर सर्विसेज का 160.47 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-27 नवंबर तक खुला था। यह ओवरऑल 59.00 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 93.47 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए। वहीं, ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 20 लाख शेयरों की बिक्री हुई है।
नए शेयरों की बिक्री से मिले पैसों का इस्तेमाल कंपनी केबल आईडेंटिफिकेशन, टेस्टिंग और फॉल्ट लोकेशन इक्विपमेंट्स की खरीदारी के लिए करेगी। इससे 1300 किलोवॉट की क्षमता का डीसी सोलर पावर प्लांट भी लगेगा। कंपनी इस रकम का इस्तेमाल ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी में महारत हासिल करने में भी करेगी।
Rajesh Power Services का बिजनेस क्या है
राजेश पावर सर्विसेज की नींव 1971 में पड़ी थी। यह सरकारी और प्राइवेट बिजली कंपनियों को कंसल्टेंसी सर्विसेज देती है। राजेश पावर का एचकेआरपी इनोवेशंस में निवेश है। यह एनर्जी सेक्टर को कस्टमाइज्ड आईटी सॉल्यूशंस ऑफर करती है। अगर वित्तीय पहलू पर नजर डालें, तो राजेश पावर की सेहत लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2022 में इसे 3.45 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। यह अगले वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 6.75 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 26.02 करोड़ रुपये हो गया। मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 27.68 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है।
राजेश पावर सर्विसेज की मजबूती क्या है?
यह पावर कंपनी हेल्दी प्रॉफिट मार्जिन को बनाए रखते हुए लगातार ग्रोथ कर रही है।
इसने EPC ठेकेदार के रूप में कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
कंपनी अब अक्षय ऊर्जा, सौर ऊर्जा और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर पर फोकस कर रही है।