भागलपुर में नए हवाई अड्डा के लिए 3 जगह देखी गई जमीन, जल्द ही पहुंचेगी सरकार की टीम

उड़ान सेवा में शामिल भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने व नए हवाई अड्डा के निर्माण की संभावना बढ़ गई है। भागलपुर हवाई अड्डे के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) द्वारा साइट विजिट और पूर्व व्यवहार्यता अध्ययन के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 37 लाख 87 हजार आठ सौ की राशि स्वीकृत की गई है।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को यह राशि सिविल विमानन निदेशालय, पटना द्वारा प्रदान की जाएगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि इस राशि का उपयोग केवल साइट विजिट और पूर्व व्यवहार्यता अध्ययन के लिए ही किया जाएगा। किसी अन्य उद्देश्य के लिए इसका उपयोग नहीं होगा।

इस पहल से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने और भागलपुर हवाई अड्डे के उन्नयन की दिशा में प्रगति की उम्मीद बढ़ गई है।

नए हवाई अड्डा के लिए तीन जगह देखी गई है जमीन

जिला प्रशासन ने नए हवाई अड्डा के निर्माण के लिए चार जमीन का प्रस्ताव भेजा है। टीम इस जमीन को देखने जाएगी। बिहार सिविल विमानन निदेशालय निदेशक संचालन ने जिलाधिकारी से नए एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर तीन जमीन का प्रस्ताव भेजने को कहा था।

जिला प्रशासन ने गोराडीह के दो जमीन का प्रस्ताव बिहार सिविल विमानन निदेशालय निदेशक संचालन को भेजा था। इसके बाद बिहार सिविल विमानन निदेशालय निदेशक संचालन ने दो और जमीन का प्रस्ताव जिला प्रशासन की मांगा। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा सुल्तानगंज और अकबरनगर में जमीन का प्रस्ताव बिहार सिविल विमानन निदेशालय निदेशक संचालन को भेजा गया है।

सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग से पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन के दक्षिण 855 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। इसके अलावा अकबरनगर-शाहकुंड मुख्य सड़क के पश्चिम व फारलेन के दक्षिण में 833.5 एकड़ जमीन का प्रस्ताव भेजा गया है। जिले में नव हवाई अड्डा निर्माण के लिए निदेशालय ने पांच फरवरी 2024 को पत्र द्वारा 475 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश प्राप्त हुआ था।

उक्त निर्देश के आलोक में जिले में नव हवाई अड्डा निर्माण के लिए गोराडीह अंचल अधिकारी द्वारा भूमि को चिन्हित करते हुए दो प्रस्ताव उपलब्ध कराया था। गोराडीह में जो जमीन हवाई अड्डा के लिए चिन्हित किया गया है, वह शहर के नजदीक है और बगल से फोरलेन गुजर रहा है। बिहार सिविल विमानन निदेशालय द्वारा प्रस्ताव स्वीकृत कर लिया जाता है तो विभाग से राशि की मांग की जाएगी और इसके बाद जमीन अधिग्रहण का कार्य होगा।

वर्तमान हवई अड्डा पर चहारदीवारी, रनवे व लांज तैयार

सिविल विमानन निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग हवाई अड्डा, पटना के निदेशक निशीथ वर्मा ने जुलाई में जिलाधिकारी को पत्र लिखकर हवाई अड्डा में उपलब्ध सुविधाओं के संबंध में जानकारी मांगी थी। मंत्रिमंडल सचिवालय ने एयरपोर्ट संचालन का लक्ष्य, जिले का नाम, जहां एयरपोर्ट उपलब्ध है, चहारदिवारी निर्माण की स्थिति, रनवे निर्माण की स्थिति, भवन की स्थिति व एयरपोर्ट संचालन की स्थिति के संबंध में जानकारी मांगी थी।

वहीं मौजूदा एयरपोर्ट रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत सम्मिलत है। हवाई अड्डा में भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की परियोजना हवाई अड्डे का पेफिफेरल विकास के अंतर्गत 4.5 किलोमीटर चहारदिवारी का पुर्ननिर्माण का काम पूरा हो चुका है। चहारदिवारी के रंगरोगन का भी काम पूरा हो चका है। दीवारों पर पेंटिंग की गई है।

मुख्य प्रवेश द्वार का निर्माण हो रहा

मुख्य प्रवेश द्वार का निर्माण हो रहा है। हवाई अड्डा में उचित प्रकाश की व्यवस्था करने के संबंध में सिविल विमानन निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग हवाई अड्डा, पटना के निदेशक से अनापत्ति की मांग की गई थी। इस संबंध में अनापत्ति एनओसी इस शर्त के साथ दी जा चुकी है कि डीजीसीए के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए कार्य संपादित किया जाए। पथ निर्माण विभाग को रनवे कारपेटिंग के लिए चार करोड़ 64 लाख 53 हजार रुपये का आवंटन किया जा चुका है।

पथ निर्माण विभाग की ओर से रनवे कारपेटिंग के लिए टेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई है। अभी रनवे का काम शुरू नहीं हो पाया है। हवाई अड्डा में वीआइपी लोगों के लिए लाउंज बना हुआ है। इसका उदघाटन सात फरवरी 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। लाउंज सुख-सुविधाओं से सुसज्जित है। भागलपुर से 20 सीटर कनेक्टिंग फ्लाइट उड़ाने की योजना पर काम हो रहा है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker