उत्तराखंड परिवहन निगम की अनुबंधित बस में गैंगरेप की पीड़िता ने की पांचों आरोपितों की शिनाख्त
अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा (आइएसबीटी) देहरादून में उत्तराखंड परिवहन निगम की अनुबंधित बस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार साढ़े 14 वर्षीय किशोरी ने सुद्धोवाला जिला कारागार में बंद पांचों आरोपितों की शिनाख्त कर ली है।
घटना में पर्याप्त साक्षय संकलन के बाद पुलिस की ओर से आरोपितों की शिनाख्त परेड कराई गई। पुलिस मामले में शीघ्र आरोप-पत्र दाखिल करने का दावा कर रही है।
12 अगस्त की देर रात की घटना
गत 17 अगस्त की रात आइएसबीटी परिसर में मुरादाबाद उत्तर प्रदेश की निवासी किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। घटना 12 अगस्त की देर रात की थी, लेकिन पुलिस तक यह मामला 17 अगस्त की रात पहुंचा था।
घटना के बाद बाल कल्याण समिति ने किशोरी को 13 अगस्त की सुबह बेसहारा स्थिति में आइएसबीटी से रेस्क्यू किया था, लेकिन काउंसिलिंग के दौरान सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आने पर समिति ने पुलिस को तहरीर दी थी।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम के तीन कर्मचारियों समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक नियमित परिचालक, दो विशेष श्रेणी परिचालक और दो चालक अनुबंधित बस आपरेटरों के थे।
घटना के बाद से किशोरी बाल निकेतन गृह में रह रही थी, लेकिन 21 अगस्त को तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल कोरोनेशन ले जाया गया था। वहां से उसे दून अस्पताल रेफर कर दिया गया। किशोरी तभी से अस्पताल में थी।
शिनाख्त परेड के लिए दिया था प्रार्थना-पत्र
इधर, पुलिस ने स्पेशल पोक्सो न्यायालय में आरोपितों की शिनाख्त परेड के लिए प्रार्थना-पत्र दिया था। इसकी स्वीकृति देते हुए न्यायालय ने सोमवार का दिन निर्धारित किया था। चिकित्सकों ने भी किशोरी के स्वास्थ्य में सुधार बताया। इसके बाद पुलिस पीड़िता को लेकर सुद्धोवाला जिला कारागार पहुंची और पांचों आरोपितों को उसके सामने लाया गया।
पुलिस ने दावा किया कि पीड़िता ने सभी को पहचान लिया है। इससे पहले पुलिस आइएसबीटी के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, पीड़ित व आरोपितों के कपड़े, घटना में इस्तेमाल कंबल और डीएनए मिलान के सैंपल ले चुकी है। सभी सैंपल जांच के लिए फारेंसिक लैब में भेज दिए गए हैं।
स्वास्थ्य उपचार के बाद बालिका निकेतन भेजा
दून मेडिकल कालेज अस्पताल में लंबे स्वास्थ्य उपचार के बाद मंगलवार को पीड़िता को बालिका निकेतन में भेज दिया गया है। उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने बाल कल्याण समिति से पीड़िता के स्वास्थ्य को लेकर विस्तार से जानकारी ली।
बाल आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने बताया दून मेडिकल कालेज अस्पताल में दुष्कर्म पीड़िता के स्वास्थ्य उपचार में किसी तरह की कमी न रहे। इसको लेकर पीड़िता का उपचार कर रहे विशेषज्ञ से संपर्क साधा जा रहा था। बाल कल्याण समिति की ओर से हर दिन की रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही थी।
अस्पताल की ओर से स्वास्थ्य उपचार की रिपोर्ट पुलिस को उपलब्ध कराई गई है। बालिका निकेतन प्रशासन को पीड़िता को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।