उत्तराखंड में मॉनसून की शुरुआत के साथ लोगों की बढ़ी मुश्किलें, मलबे से 114 सड़कें बंद
उत्तराखंड में मॉनसून की शुरुआत के साथ मुश्किलों का दौर भी शुरू हो गया। मंगलवार रात प्रदेशभर में हुई बारिश के चलते गढ़वाल और कुमाऊं में 150 सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हुई। इनमें से 36 खो दी गईं जबकि 114 सड़कें अब भी बंद हैं।
बदरीनाथ और यमुनोत्री मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के पास आने के चलते प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया। इस बीच, मौसम विभाग ने प्रदेशभर में सात जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुमाऊं के लिए रेड और गढ़वाल मंडल में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। बरसाती पानी के घरों में घुसने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नदी-नाले उफनाए, शहर से गांव तक बरपाया कहर
हल्द्वानी में मंगलवार देर रात 11 बजे से शुरू हुई बारिश से हल्द्वानी क्षेत्र के नदी नाले उफान पर आ गए। शहर की 10 कॉलोनियों, तीन सड़कें और मटरगली समेत मुख्य बाजार की सड़कों पर जलभराव हो गया। आंवला गेट झोपड़ पट्टी पूरी तरह से डूब गई।
बारिश से उपनाए रसकिया, कलसिया और देवखड़ी नाले ने भी जमकर कहर बरपाया। आबादी की ओर कटाव शुरू कर दिया। कई घरों की नींव खोली हो गई तो सुरक्षा दीवार नाले में बह गई। बारिश के बीच कलसिया नाले के आसपास के लोगों ने रातभर जागकर रात काटी।
रकसिया नाले के नजदीक रहने वाले घरों और दुकानों में दमुवाढूंगा से प्रेमपुर लोशज्ञानी तक पानी घुस गया। बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। प्रशासन की टीम मौके पर उतरी और कई स्थानों पर जेसीबी से नाले खुलवाए। बुधवार को दोपहर एक बजे कम हुई बारिश से कुछ राहत मिली।
वहींराजपुरा में बनी नगर निगम की गोशाला में बारिश के दौरान पानी भर गया। जिससे यहां बंधे जानवरों के लिए परेशानी खड़ी हो गई। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से पशुओं पर बारिश बंद होने तक पानी में ही रहना पड़ा।
मौसम से मुश्किलें
-बदरीनाथ हाईवे पागल नाला व पीपलकोटी के पास मलबा तथा यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट के निकट मलबे के साथ बोल्डर आने से मार्ग अवरुद्ध हुआ।
-ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ गया। गंगा के जलस्तर का चेतावनी निशान 339.50 मीटर पर है।
सिंगोली भटवाड़ी पावर प्रोजेक्ट के कुंड बैराज से बुधवार सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक पानी छोड़ा जाएगा। इससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर और जल प्रवाह बढ़ेगा। ऐसे में लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
-देवाल में थराली मोटर मार्ग पर बुधवार शाम नंदकेशरी के पास एक स्कूटर पर बोल्डर गिर गए। पुलिस के अनुसार, इससे स्कूटर सवार 21 वर्षीय नितिन चंदोला पुत्र गिरीश चंदोला ग्राम राड़ीबगड़ की मौके पर मौत हो गई।
प्रदेशभर में 114 सड़कें बंद
लोक निर्माण विभाग के अनुसार, बुधवार को प्रदेश के सभी जिलों में 150 के करीब सड़कें बंद हुईं। इनमें से 114 सड़कें अब भी बंद हैं। विभागीय अफसरों ने बताया, इनमें सबसे अधिक 25-25 सड़कें बागेश्वर व चमोली जिलों में बंद हैं। विभाग के एचओडी डीके यादव ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने का काम चल रहा है। इसमें 150 से अधिक जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। कई जगह बार-बार मलबा आने से सड़कें खोलने में दिक्कत आ रही है।
पिथौरागढ़ में काली खतरे के निशान पर पहुंची
पिथौरागढ़ में बारिश ने कई जगह जन जीवर की रफ्तार को रोक दिया। भारी बारिश से धारचूला के मल्ली बाजार में 5 दुकानों व 3 घरों में मलबा घुस गया।थल में एक मकान की सुरक्षा वाल गिरने से मकान को खतरा पैदा हो गया है। काली नदी धारचूला में चेतावनी निशान को छूने को बेताब है। लगातार जल स्तर बढ़ने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
बुधवार को जनपद में बारिश से लोग परेशान नजर आए। जिले में सबसे अधिक बारिश थल में हुई। 180 एमएम बारिश होने से वहां लोग परेशान नजर आए। सड़कों में नालियों का पानी बहने से भी लोगों को दिक्कत हुई। जिला मुख्यालय में 58एमएम बारिश हुई है। बेरीनाग में 130 एमएम बारिश ने नगर में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी।
अधिकांश जगह नालियों का पानी सड़कों में बहने लगा। जिससे लोगों को खासी परेशानी हुई। गंगोलीहाट में 25एमएम से अधिक बारिश हुई है। डीडीहाट में 47.5 बारिश हुई, यहां भी बारिश के कारण लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। मुनस्यारी में 28 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
धारचूला में 86 एमएम बारिश होने से यहां लोगों को खासी परेशानी हुई। बारिश के पानी के साथ 8दुकान व घरों में पानी घुसने से लोगों को काफी दिक्कत उठानी पड़ी। जनपद के बंगापानी में 32, तेजम में 75, देवलथल में 52 व कनालीछीना में 67 एमएम बारिश हुई है।
बागेश्वर में बारिश ने लोगों की बढ़ाईं दुश्वारियां
बागेश्वर में हुई पहली ही बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी है। बारिश से 17 सड़कें बंद हो गई हैं। सरयू के उफान पर आने से नगर में पानी की आपूर्ति प्रभावित रही। बुधवार रात से जिले में झमाझम वर्षा हो रही है। कठायतबाड़ा में रात में बिजली गुल रही। ग्राम पंचायत रंगदेव की सड़क ने नाले का रूप लिया है। वर्षा का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। नाली नहीं होने से वर्षा के पानी से सड़क को भी नुकसान पहुंचा है।
मंडलसेरा निवासी किशन विश्वकर्मा ने बताया कि मंडलसेरा में कुंथी गधेरे ने विकराल रूप ले लिया है। रास्ते जलमग्न हो गए हैं। दुकान तथा लोगों के घरों में जलभराव हो गया है। जिससे लोग परेशान हैं। काफलीगैर में वर्षा से स्थानीय गधेरे उफन गए हैं।
सड़क बंद होने से कई लोग यात्रा पूरी नहीं कर सके।लोनिवि के पास केंद्रीय विद्यालय के समीप आम का पेड़ गिर गया। जिससे विद्यालय भवन तथा शिशु मंदिर भवन बाल बाल बच गए। स्कूल में अवकाश होने से बड़ी घटना टल गई। एफएसएसओ गोपाल सिंह रात ने बताया कि पेड़ को हटा लिया गया है। मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है।
सरयू घाटी में सड़कों को भारी नुकसान
कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया ने लाहुर गांव का जायजा लिया। आपदा पीड़ित भागी चंद्र तथा खीम सिंह से मुलाकात की। उन्हें राहत सामग्री तथा मुआवजा प्रदान किया।