उत्तराखंड: 15 साल की नाबालिग का ट्रक में गैंगरेप, 30 किमी पीछाकर आरोपियों को पकड़ा
15 साल की नाबालिग का ट्रक में गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। इस बात की भनक लगने पर लोगों ने ट्रक से भाग रहे दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़िता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। तीसरे आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
ग्रामीणों ने 30 किमी पीछाकर दो आरोपियों को पकड़ लिया, जबकि एक आरोपी फरार हो गया था। ग्रामीणों ने पीटते-पीटते आरोपियों को कोतवाली तक लेकर पहुंचे। यह पूरा मामला चंपावत जिले में सामने आया है।कोतवाल प्रताप सिंह नेगी ने बताया कि मंगलवार दोपहर अमोड़ी क्षेत्र के तीन युवकों ने 15 वर्षीय नाबालिग का बहला फुसलाकर पहले अपहरण किया और इसके बाद तीनों ने ट्रक में सामूहिक दुष्कर्म किया।
इसके बाद एक आरोपी वहां से चला गया। वहीं दो अन्य आरोपी पीड़िता को ट्रक से उतारकर चम्पावत की ओर चले गए। ग्रामीणों को जब नाबालिग से दुष्कर्म का पता चला तो उन्होंने आरोपियों का पीछा करना शुरू कर दिया।
घटनास्थल से करीब 30 किमी दूर जिला मुख्यालय के पास लोगों ने आरोपी रवीश भट्ट और संजय भट्ट को पकड़ लिया और दोनों को पीटते हुए कोतवाली लाए। कोतवाल प्रताप सिंह नेगी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। तीसरे आरोपी योगेश थ्वाल की तलाश की जा रही है।
30 किमी पीछाकर दबोचे आरोपी पीटते-पीटते कोतवाली पहुंचाए
नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोपियों को गांव के ग्रामीणों ने 30 किलोमीटर पीछा करने के बाद चम्पावत में पकड़ा। यहां से दो दरिंदों को पीटते-पीटते ग्रामीण कोतवाली पुलिस के पास ले गए। जहां दोनों को पुलिस के सुपुर्द किया।
वारदात को अंजाम देने के बाद अमोड़ी से ही एक आरोपी फरार होने में कामयाब रहा। कोतवाल पीएस नेगी ने बताया कि पूरा घटनाक्रम मंगलवार का है। वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी पेशे से मुख्यत चालक हैं। दोपहर के समय रवीश भट्ट, जो कि ट्रक चालक है और पीड़िता को पूर्व से जानता था।
उसने पीड़िता को मिलने बुलाया। भरोसा करके नाबालिग आरोपी से मिलने आ गई। जिसके बाद पीड़िता को ट्रक में बिठाया गया। जिसके बाद रवीश ने संजय भट्ट और योगेश थ्वाल को बुलाया। पुलिस के मुताबिक बहला फुसलाकर पीड़िता को तीनों आरोपी किनारे ले गए, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
इसी बीच एक आरोपी योगेश थ्वाल मौके से फरार होने में कामयाब रहा। जबकि पीड़िता को उतारकर अन्य दो भी ट्रक लेकर चम्पावत की ओर आ गए। घटना की जानकारी लगने पर ग्रामीणों का दल आरोपियों का पीछा करने रवाना हुआ।
करीब 30 किमी दूर मुख्यालय के पास आरोपी रवीश और संजय को ग्रामीणों ने पकड़ा और खूब पिटाई की। पीटते हुए ग्रामीण दोनों को कोतवाली लाए। एसएचओ पीएस नेगी ने बताया कि ग्रामीणों ने आरोप की लिखित तहरीर मांगी। जिसके बाद 730 में बीएमएस धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया।
रात में ही महिला दरोगा ने पीड़िता के घर जाकर लिए बयान
कोतवाल ने बताया कि दुष्कर्म का मामला दर्ज करने के बाद रात को ही महिला दरोगा राधिका भंडारी पीड़िता के घर पहुंची। जिसके बाद पीड़िता के बयान दर्ज कर पूरा घटनाक्रम रिकॉर्ड किया गया। इधर, पीड़िता के एक बिरादर ने मुकदमा दर्ज करने में लेटलतीफी करने का भी आरोप लगाया।
कहा कि सत्ता पक्ष के दबाव के कारण एक बार समझौते की स्थिति भी बन गई थी। हालांकि पुलिस ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि तहरीर मिलने के बाद तत्काल एफआईआर लिखी गई है।
जनपद में नए कानून के तहत पहला केस दर्ज
चम्पावत कोतवाली में नए कानून के तहत पहला केस दर्ज हुआ। मंगलवार रात को पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों पर नए कानून के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 137, 127, 142, 70, 74 में मुकदमा दर्ज किया। भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (1) के तहत किसी महिला के साथ गैंगरेप के अपराध में शामिल हर अपराधी को कम से कम 20 साल की सजा होती है। यह सजा उम्रकैद तक बढ़ाई जा सकती है।