ट्रैफिक में एकसाथ फंसे ऑफिस के दो सहयोगी, वक्त बर्बाद न हो इसलिए सड़क पर ही करने काम की चर्चा…

बेंगलुरु (Bengaluru), भारत की स्टार्टअप राजधानी (India’s startup capital) कही जाती है. ये अक्सर कई ऑनलाइन मीम्स का केंद्र रही है जो अनोखी घटनाओं को उजागर करती है जो केवल इस शहर में ही हो सकती हैं. “पीक बेंगलुरु” मोमेंट्स की कई कहानियां, भारत के आईटी कैपिटल में होने वाली मजेदार किस्से को बताने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जो इंटरनेट पर छाया रहता है. अब, ऐसे ही एक उदाहरण में, चर्चित बेंगलुरु ट्रैफिक एक स्टार्ट-अप को-फाउंडर और उसके सहयोगी के लिए एक प्रोडक्टिव विचार-मंथन सेशन बन गया. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साल्ट एंड लेट्स ट्रांसपोर्ट के को-फाउंडर अंकित पाराशर ने शेयर किया कि कैसे उन्होंने और उनके सहयोगी ने काम से संबंधित चीजों पर चर्चा करने के अनूठे मौके का इस्तेमाल किया.

अंकित पाराशर अपने कार्यालय जा रहे थे जब वह बेंगलुरु के लंबे जाम में फंस गए. संयोगवश उनकी मुलाकात अपने सहकर्मी और पड़ोसी शिवल श्रीवास्तव से हो गई. चूंकि लाल बत्ती पर इंतजार अनुमान से कहीं अधिक लंबा था, इसलिए दोनों ने अपने आगामी उद्यम के लिए “नए ऑनबोर्डिंग फ्लो” के विचारों पर विचार-मंथन करने के लिए इस मौके का फायदा उठाया.

एक तस्वीर शेयर करते हुए, अंकित ने लिखा, “बेंगलुरु जाने से पहले, मैंने स्टार्टअप वाइब और क्रेजी ट्रैफिक के बारे में सुना था. आज, वे विलय हो गए! एक लाल बत्ती पर फंस गए, @_shivamsr और मैंने अपने नए ऑनबोर्डिंग फ्लो पर विचार-मंथन किया. हमें देर हो गई थी ऑफिस के लिए, लेकिन यह एक प्रोडक्टिव समय था!”

अंकित ने कुछ ही घंटे पहले पोस्ट शेयर किया था और तब से इसे 22,000 से अधिक बार देखा जा चुका है. ढेरों कमेंट्स भी इस पर आए हैं. एक यूजर ने लिखा, ट्रैफिक लाइट वेंचर्स.” दूसरे ने लिखा, “अरे, नया स्टार्टअप विचार: बैंगलोर ट्रैफिक में मीटिंग लें. तीसरे ने लिखा, अगर उन्होंने गाड़ी शेयर किया होता, तो बैंगलोर में ट्रैफिक कम होता.”

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