फर्जी CID अधिकारी बनकर रुपये वसूलने वाली महिला समेत चार गिरफ्तार, कई अवैध सामान बरामद

हाजीपुर रेलवे स्टेशन से नगर थाना एवं जिला आसूचना इकाई (डीआइयू) की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सीआइडी की अधिकारी बनकर कपड़ा दुकानदार से रुपये वसूलने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चारों से गहन पूछताछ के बाद बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

गिरफ्तार किए गए आरोपितों में औद्योगिक थाना अंतर्गत वास्तु विहार निवासी दयाशंकर प्रसाद के पुत्र राजेश कुमार, पटना जिले के नवल आश्रम कदमकुआं दरियापुर निवासी दुर्गेश चंद्र चक्रवर्ती के पुत्र रंजन चक्रवर्ती, कदमकुआं निवासी राजेश कुमार श्रीवास्तव की पत्नी हेमा श्रीवास्तव एवं भीखना पहाड़ी निवासी विनय कुमार सिंह के पुत्र कार्तिकेय राज बताए गए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के पास से पुलिस ने सात मोबाइल फोन एवं मानवाधिकार अपराध नियंत्रण सामाजिक न्याय परिषद का आई कार्ड बरामद किया है।

हेमा श्रीवास्तव के पास से बरामद आई कार्ड पर मानवाधिकार अपराध नियंत्रण सामाजिक न्याय परिषद की स्टेट हेड एवं रंजन चक्रवर्ती ब्लाक सेक्रेटरी लिखा हुआ है। उक्त सभी मानवाधिकार अपराध नियंत्रण सामाजिक न्याय परिषद का आई कार्ड लगाकर लोगों से फर्जी सीआईडी अधिकारी बनकर वसूली करते थे।

रेलवे स्टेशन पर मुजफ्फरपुर के एक कपड़ा दुकानदार को धमकी देकर डेढ़ लाख रुपये वसूलने के लिए आरोपिताें ने बुलाया था। इसी दौरान नगर थाना की पुलिस एवं डीआईयू की टीम ने सभी को दबोच लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद सभी आरोपितों को जेल भेज दिया है।

बताया गया कि है चारों आरोपित मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना अंतर्गत अजय कुमार की कपड़ा दुकान पर बीते 11 मार्च को गए थे। इनमें एक महिला और तीन पुरुष शामिल थे। दुकानदार को बोला कि मैं सीआइडी पटना से हूं और आपके विरुद्ध लड़की का कंप्लेन है। गलत काम करते हो इसके बाद चारों आरोपितों ने अपना अपना पुलिस का लोगो लाल-ब्लू कलर का परिचय पत्र दिखाया। तत्पश्चात आरोपितों ने धीरे से बोला कि दो लाख रुपये दो नहीं तो कंप्लेन के आधार पर केस करके जेल भेज देंगे।

यह बात सुनकर मेरी मां रोने लगी और डर गई तुरंत पचास हजार मैं इन लोगों को दे दिया। शेष राशि के लिए यह लोग बोले कि दो दिन में डेढ़ लाख रुपया का व्यवस्था करके रखना नहीं तो जेल जाना पड़ेगा। इसके बाद मैं सभी का नाम पता पूछा तो उक्त लोगों ने अपना नाम राजेश कुमार रंजन चक्रवर्ती, कार्तिकेय राज एवं हेमंत श्रीवास्तव बताया। उसके बाद सभी लोग वहां से चल गए। उसके बाद मेरे मोबाइल नंबर से एक नंबर से फोन आया और बोला कि शेष राशि डेढ़ लाख रुपये पहुंचाने के लिए बोलने लगा।

इसी बीच बीते बुधवार को रेलवे स्टेशन हाजीपुर पर आकर मुझे धमकी देकर बुलाया और मैं डर कर हाजीपुर रेलवे स्टेशन आते समय मैंने पुलिस को सूचित कर दिया। इस तरह से सभी लोग मेरे साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया है।

इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष राजेश शरण ने बताया कि सूचना मिली थी कि मुजफ्फरपुर के एक दुकानदार से सीआइडी का अधिकारी बनकर रुपये वसूलने रेलवे स्टेशन पर एक गिरोह के चार सदस्य आए हैं। जिसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker