उत्तराखंड गठन के बाद लोकसभा चुनाव में बढ़ा मतदान प्रतिशत, इस पार्टी को पहुंचा सबसे ज्यादा फायदा
राज्य गठन के बाद उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी का वोट प्रतिशत का ग्राफ तेजी से बढ़ा। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव की तुलना में भाजपा को बीते लोकसभा चुनाव में 20 ज्यादा मत मिले थे। राज्य गठन के बाद से अब तक हुए चार लोकसभा चुनावों में सिर्फ वर्ष 2009 में प्रदेश में भाजपा के मत प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई।
कड़े बताते हैं कि उत्तराखंड बनने के बाद पहली बार हुए वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को प्रदेश में करीब 41 फीसदी मत मिले थे। इस चुनाव में भाजपा, राज्य की पांच में से तीन सीटें जीतने में कामयाब रही जबकि एक सीट कांग्रेस और एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत सबसे कम 34 प्रतिशत रह गया था और उसे प्रदेश की सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि उसके बाद से राज्य में भाजपा के मत प्रतिशत में लगातार इजाफा हो रहा है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तराखंड में जहां 56 फीसदी मत प्राप्त हुए, वहीं वर्ष 2019 में भाजपा को 61 फीसदी मत मिले।
उत्तराखंड में भाजपा का फोकस लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत बढ़ाकर पांचों संसदीय सीटें जीतने पर है। पार्टी ने 75 फीसदी मत हासिल करने और हर सीट पांच लाख वोटों के अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा है।