बिहार: सक्षमता परीक्षा में शामिल भोजपुर के इन 23 शिक्षकों को जांच के लिए भेजा गया नोटिस
सक्षमता परीक्षा में शामिल होने वाले नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही रॉल नंबर पर कार्यरत भोजपुर समेत दूसरे जिले में भी 23 शिक्षक धरे गए हैं, जिनमें कई शिक्षकों का टीईटी राल नंबर और सर्टिफिकेट नंबर एक ही है।
कई जगह एक ही रॉल नंबर पर कहीं दो, तो कहीं चार से पांच शिक्षक तक बहाल हैं। एक ही रॉल नंबर पर बहाल इन शिक्षकों के नाम सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। राल नंबर, नाम, पिता का नाम सब एक और अलग-अलग जिले में ये शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। इन सभी 23 शिक्षकों को जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है।
इसके लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) रमेश कुमार पाल ने सभी को आठ मार्च से लेकर 21 मार्च तक पटना पहुंचकर सभी कागजातों को दिखाते हुए जांच कराने का निर्देश दिया है।
शिक्षकों के बीच मचा हड़कंप
जानकारों ने बताया कि जांच के क्रम में संदिग्ध सभी 23 शिक्षकों के दो स्थानों पर कागजात मिलने के बाद इन सभी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू करते हए बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जा सकती है। जांच का यह निर्देश शिक्षकों को मिलते ही सभी में हड़कंप मच गया है।
सभी नियोजित शिक्षक जगदीशपुर, पीरो, सहार, तरारी, आरा, बड़हरा, उदवंतनगर, कोईलवर समेत कई प्रखंडों में कार्यरत हैं। इन संदिग्ध 23 शिक्षकों में सबसे ज्यादा 15 महिला शिक्षक शामिल हैं। डीपीओ स्थापना ने बताया कि ऐसे संदिग्ध शिक्षकों को पटना जाने का नोटिस देने के साथ पटना रिपोर्ट कर दिया गया है।
इन शिक्षकों को जांच के लिए भेजा गया नोटिस
जिले के 23 शिक्षकों को सभी कागजातों के साथ पटना जांच के लिए जाने का नोटिस भेजा गया है। इनमें गीता कुमारी, अर्चना कुमारी, अनिशा कुमारी, अंकित कुमार सिंह, बबली कुमारी, जया कुमारी, कुमारी गुड़िया राय, नितु कुमारी, निक्की कुमारी, पुष्पा कुमारी, रीना कुमारी, संगीता कुमारी, सुधा कुमारी, सुप्रिया कुमारी, अर्चना कुमारी, बिनोद कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार पासवान, गणेश प्रसाद, राजीव रंजन, संजीव कुमार, संतोष कुमार राम, सोनू कुमार सिंह और सुबोध कुमार शामिल है।