इन शहरों में एंजॉय कर सकेंगे गुलाबी रंग का दिल लुभाने वाला यह नज़ारा, जानिए…
गुलाबी रंग के मासूम से दिखने वाले फूलों से भर चुके पेड़। यूं तो हर फूल बेहद खुबसूरत होता है लेकिन चेरी ब्लॉसम के नन्हें फूलों की सुन्दरता ही ऐसी होती है कि उनसे नजरें फेरने का दिल ही नहीं चाहता है।
कहीं गुलाबी तो कहीं सफेद रंग के खिलने वाले ये फूल साल के एक खास समय पर ही खिलते हैं। भारत में कुछ चुनिंदा शहर ही हैं, जहां चेरी ब्लॉसम को एंजॉय किया जा सकता है।
पेड़ों पर चेरी ब्लॉसम का खिलना इस बात का प्रतिक माना जाता है कि अब सर्दियां खत्म होने वाली हैं। चेरी ब्लॉसम फूलों के बारे में जब भी बात होती है, तो अक्सर लोगों को जापान का ही ख्याल आता है। लेकिन कम ही लोगों को पता है कि गुलाबी और सफेद रंग के ये छोटे-छोटे Cute फूल मूल रूप से हिमालय की तलहटी में खिलते हैं। भारत में चेरी ब्लॉसम नवंबर से मार्च के बीच में खिलते हैं, हालांकि यह जगह की भौगोलिक स्थिति पर भी निर्भर करता है।
भारत के वो शहर, जहां एंजॉय कर सकेंगे चेरी ब्लॉसम
जम्मू-कश्मीर
सफेद और गुलाबी रंग के चेरी ब्लॉसम को एंजॉय करने की सबसे अच्छी जगह जम्मू और कश्मीर है। श्रीनगर के लगभग हर गार्डन जैसे मुगल गार्डन, निशात बाग आदि में इन फूलों को देखा जा सकता है। इसके अलावा गुलमर्ग, बारामुल्ला और शोपिया में भी सड़कों के किनारे इन फूलों के पेड़ों को देख सकते हैं। पेड़ पर से नीचे जब फूल गिरते हैं, तब ऐसा लगता है मानों हरी घास पर किसी ने गुलाबी रंग की कालिन बिछा दी है। कश्मीर में चेरी ब्लॉसम मार्च और अप्रैल में खिलता है।
शिलॉन्ग
चेरी ब्लॉसम को लोकप्रिय बनाने में चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल का भी हाथ है। यह फेस्टिवल देश के लगभग हर हिस्से में नवंबर और दिसंबर के महीने में मनाया जाता है। शिलॉन्ग में चेरी ब्लॉसम से लदे हुए पेड़ खासी और गाड़ो पहाड़ी पर मिलेंगे।
इसके साथ वार्ड्स लेक भी वह जगह है जहां शिलॉन्ग में आप चेरी ब्लॉसम को एंजॉय कर सकेंगे। जब पेड़ों पर चेरी ब्लॉसम के फूल खिल जाते हैं, तब उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि जैसे किसी ने गुलाबी रंग से पहाड़ों को जगह-जगह रंग दिया हो। शिलॉन्ग में नवंबर-दिसंबर के महीने में चेरी ब्लॉसम खिलते हैं।
बैंगलोर
भारत की टेक्नोलॉजी हब बैंगलोर यूं तो ट्रैफिक की धीमी रफ्तार की वजह से बदनाम है। लेकिन साल में जनवरी का महीना ऐसा होता है जब सड़कों पर धीमी रफ्तार से चलने वाली गाड़ियों में बैठकर भी लोग बाहर के नजारे को एंजॉय करते हैं। बैंगलोर में चेरी ब्लॉसम के पेड़ ढूंढ़ने के लिए किसी भी बाग-बगीचे में जाने की जरूरत नहीं है। ये आपको सड़कों के किनारे ही नन्हें गुलाबी फूलों से लदे हुए मिल जाएंगे।
जरुरत है तो बस अपना कैमरा निकलकर इन फूलों की खुबसूरती को अपने कैमरे में कैद करने की। बैंगलोर में मुख्य रूप से कब्बन पार्क, जयनगर 4 ब्लॉक, AECS लेआउट और बेन्नीगनहल्ली लेक के पास आपको ये पेड़ मिल जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश
भारत में चेरी ब्लॉसम को एंजॉय करने की एक प्रमुख जगह हिमाचल प्रदेश भी है। यहां आपको शिमला या मनाली जैसे शहरों में चेरी ब्लॉसम के पेड़ नहीं मिलेंगे। इन शहरों में अधिकतर चीड़ और देवदार के पेड़ ही होते हैं। थोड़े ग्रामीण इलाकों जैसे भुट्टी, नरकांदा, कोटखई, कुमारसैन आदि जिलों में चेरी ब्लॉसम के पेड़ दिखते हैं। धर्मशाला में भी कुछ जगहों पर, सड़कों के किनारे चेरी ब्लॉसम के पेड़ मिल जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में चेरी ब्लॉसम मार्च और अप्रैल में खिलते हैं।
मुंबई
चेरी ब्लॉसम मुख्य तौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में ही खिलता है। लेकिन शायद मुंबई एकलौता ऐसा शहर है, जहां चेरी ब्लॉसम देख सकते हैं। मुंबई में सड़कों के किनारे जब चेरी ब्लॉसम के फूल खिलते हैं, तो वह बिल्कुल टोक्यो की तरह ही दिखाई देता है, जहां गुलाबी फूलों से लदे पेड़ों के पीछे बहुमंजीली इमारत नजर आती है। मुंबई में खास तौर पर विक्रोली और इस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर चेरी ब्लॉसम के पेड़ मिलते हैं। मुंबई में दिसंबर से अप्रैल के बीच चेरी ब्लॉसम खिलता है, हालांकि यह मौसम पर निर्भर करता है।