मानसखंड से केदारखंड को मिलेगी नई पहचान, उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास की जाने योजना

अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने धार्मिक और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने पर विशेष फोकस किया है। देशभर के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग और प्रचार-प्रसार के साथ उन्हें विकसित करने में केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के कंधे से कंधा जोड़ेगी।

केंद्र की इस पहल से उत्तराखंड में मानसखंड से लेकर केदारखंड तक पर्यटन सेक्टर विकसित किया जाएगा। धार्मिक,आध्यात्मिक और साहसिक पर्यटन के लिहाज से देश-दुनिया में उत्तराखंड की अलग पहचान है।

इस पहचान को और मजबूत करने की कोशिशों में अब अंतरिम बजट के नए प्रावधानों से लाभ मिलेगा। राज्य में अब भी कई ऐसे अनछुए पर्यटन स्थल हैं, जिनका अभी व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं हुआ है। देश-विदेश तो दूर उत्तराखंड के ही घरेलू पर्यटक भी यहां नहीं पहुंचे हैं।

इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश सरकार मानसखंड कॉरिडोर पर काम कर रही है। अब केंद्र सरकार के नए प्रावधानों से मानखंड कॉरिडोर की मुहिम में तेजी आएगी। कॉरिडोर से जुड़े धार्मिक पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग का काम केंद्र सरकार करेगी।

पर्यटन स्थलों की होगी रेटिंग

पर्यटन स्थलों की रेटिंग भी इस साल से शुरू होगी। केंद्र स्तर से रेटिंग जारी होगी। इस रेटिंग में बेहतर स्थान पाने वाले पर्यटन स्थलों के विकास को केंद्र स्तर से ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय बजट में 75 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है।

उत्तराखंड को इस योजना का बड़ा लाभ मिलेगा। पर्यटन स्थलों के विकास को बजट का संकट दूर होगा। होम स्टे की रेटिंग में पिछले वर्ष उत्तराखंड के कई होम स्टे को बेहतरीन रेटिंग प्राप्त हुई थी।

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