बिहार: भागलपुर में डेंगू का कहर, अब तक इतने लोगों की हुई मौत
भागलपुर, भागलपुर जिले में मंगलवार को डेंगू के नौ नए मामले एलिजा जांच में पाए गए। इसमें जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में छह एवं सदर अस्पताल में हुए एलिजा जांच में तीन डेंगू के मरीज मिले।
इनमें से अब तक सात डेंगू के मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही जिले में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर अब 1261 पर पहुंच चुकी है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को अस्पताल में 25 डेंगू के मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए।
यहां पर इलाजरत 20 डेंगू के मरीज स्वस्थ हुए तो उन्हें डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। इसके अलावा अस्पताल में इलाज दो मरीज लामा (बिना चिकित्सकीय सलाह के अस्पताल छोड़कर चले जाना) हो गए।
शाम तक मायागंज अस्पताल कुल 53 डेंगू मरीजों का इलाज चल रहा था। इनमें से 48 डेंगू के मरीज फैब्रिकेटेड अस्पताल में तो मेडिसन विभाग के एचडीयू में मरीज भर्ती थे।
दो डेंगू मरीज की डेंगू से हुई मौत
खरीक की रहने वाली 55 वर्षीय सीरोमनी देवी किट जांच में डेंगू पाजिटिव हुई तो इन्हें इलाज के लिए पांच नवंबर को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। डा.. भारत भूषण की यूनिट में इलाजरत सीरोमनी देवी की हालत बिगड़ी तो इन्हें एचडीयू में शिफ्ट किया गया, जहां सोमवार की सुबह में इलाज के दौरान मौत हो गई।
इसी तरह कहलगांव की रहने वाली 35 साल की सुनीता देवी किट जांच में डेंगू पाजिटिव मिली और इन्हें इलाज के लिए डा. भारत भूषण की यूनिट में रविवार को अस्पताल के फैब्रिकेटेड अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार की सुबह में इनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
मायागंज अस्पताल के हास्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि दोनों मृतका का इलाज के दौरान ही सैंपल लेकर एलिजा कंफर्मेशन के लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी लैब भेज दिया गया था।
जहां मंगलवार को जारी एलिजा जांच रिपोर्ट में दोनों महिलाओं में डेंगू पाजिटिव की पुष्टि हो गई। दोनों मौत की सूचना जिला स्वास्थ्य समिति को भेज दिया गया है।
इमरजेंसी में दवा वितरण केंद्र की व्यवस्था
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती मरीजों के लिए ब्लड बैंक की गैलरी के पास दवा वितरण केंद्र खोला गया है। यहां पर मरीजों को 24 घंटे दवा मिल रहा है। इसे लेकर प्रत्येक शिफ्ट में एक-एक कर्मचारी की तैनाती की गई है।
इलाजरत मरीजों को अब दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इमरजेंसी में भर्ती मरीज व उनके स्वजन की सुविधा के लिए अस्पताल प्रशासन ने बेहतरीन पहल की है। अस्पताल अधीक्षक डा. उदय नारायण सिंह ने बताया कि यहां पर मरीजों के लिए 600 से अधिक प्रकार की दवा उपलब्ध कराई गई है।