खट्टी डकार और एसिडिटी से निजात पाने के लिए रोजाना इन योग मुद्राओं का करें योगा
बहुत सारे लोग कमजोर पाचन शक्ति से परेशान रहते हैं। जरा सा खाना खाते ही उन्हें खट्टी डकार और गैस जैसी समस्या होने लगती है। जिसकी वजह से साधारण भोजन को भी ठीक से नहीं पचा पाते। अगर आप कमजोर डाइजेशन से परेशान हैं और ब्लॉटिंग, एसिडिटी और डकार जैसी समस्या घेरे रहती है तो रोजाना इन योग मुद्राओं को करने से लाभ मिलेगा। चलिए जानें कौन सी योग मुद्राएं कमजोर पाचन शक्ति को सुधारने में मदद करेंगी।
पुषाण मुद्रा
रोजाना पुषाण मुद्रा को करने से कमजोर पाचन शक्ति और तनाव जैसी समस्या से राहत मिलती है। जिन लोगों की लाइफ में बदलाव होने की वजह से पाचन शक्ति पर असर पड़ता है और कब्ज जैसी समस्या घेरने लगती हैं। उन्हें ये मुद्रा करने से लाभ पहुंचता है। पाचन तंत्र को सुचारु रूप से चलाने में पुषाण मुद्रा काम करती है।
पुषाण मुद्रा करने का तरीका
-सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं और बांए हाथ की उंगली से नाक के छेद को दबाकर दूसरे नाक के छेद से सांस लेनी है और फिर दूसरे छेद से निकालनी है।
-इसके साथ ही दाएं हाथ की उंगलियों में तर्जनी और मध्यमा के सिरों को अंगूठे के आगे वाले भाग को दबाएं।
-बाकी दोनों उंगलियों को फैलाएं और हथेली को ऊपर की तरफ रखें।
-ये मुद्रा हैवी फूड खाने की वजह से आने वाली डकार और एसिडिटी को रोकती है।
-इस मुद्रा के बाद दूसरी मुद्रा को करने को कोशिश करें।
-इसे करने के लिए रिंग फिंगर और छोटी उंगली को अंगूठे से दबाएं।
-इस वक्त तर्जनी और मध्यमा को बिल्कुल सीधा फैलाकर रखें।
-साथ ही बांए हाथ की मदद से अनुलोम-विलोम क्रिया को करते हुए सांस लें और छोड़ें।
वज्रासन
वज्रासन करने के लिए योगा मैट पर बैठने के लिए दोनों घुटनों को मोड़ लें। एड़ियों को हिप पर रखते हुए घुटनों को मोड़कर बैठें। हथेलियों को घुटनों पर रखकर इस तरह से करीब 5-7 मिनट तक बैठें। ये योगासन करने से खाना पचाना आसान हो जाता है।
पादहस्तासन
पादहस्तासन योग करने के लिए समस्टि पोजीशन में बैठ जाएं। फिर गहरे से सांस सो छोड़ते हुए शरीर को कमर के पास से मोड़कर सिर को जमीन पर टिकाएं। गर्दन और कंधों को बिल्कुल रिलैक्स छोड़ दें। हाथों को पैर के किनारे पर टिकाएं।