नूडल्स कंपनी के मैनेजर के साथ साढ़े चार लाख रुपये की ठगी, व्हाट्सएप पर डायरेक्टर की फोटो लगाकर…
रायपुर, आज कल साइबर फ्रॉड और साइबर क्राइम के कई मामले सामने आ रहे हैं। लगातार ऐसी खबर सामने आ रही हैं, जिसमें लोगों के साथ ऑनलाइन लाखों रुपये की ठगी हो रही है। ऐसी ही एक खबर छत्तीसगढ़ के रायपुर से सामने आ रही है। दरअसल, यहां पर ठग ने अपने व्हाट्सएप पर एक नूडल्स कंपनी के डायरेक्टर की फोटो लगाकर उसी कंपनी के मैनेजर को एक गिफ्ट कार्ड भेजा और उसके लाखों रुपये गायब हो गए।
सिविल लाइन थाना पुलिस के एक अधिकारी ने शिकायत के आधार पर बताया कि राजधानी में नूडल्स कंपनी के डायरेक्टर की फोटो व्हाट्सएप में लगाकर मैनेजर को गिफ्ट कार्ड भेजने के नाम पर ठगी की वारदात की गई। अज्ञात ठग ने चार लाख 60 हजार रुपये ठग लिए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहली बार में दे दिए साढ़े चार लाख रुपये
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में बैठने वाले डायरेक्टर की फोटो लगाकर ठग ने मैनेजर के व्हाट्सएप पर मैसेज किया। उसमें गिफ्ट कार्ड का लिंक भेजा, जिसमें उसे खरीदने के निर्देश दिए गए थे। व्हाट्सएप डीपी में डायरेक्टर की फोटो और नाम देखकर मैनेजर ने बिना कोई जांच-पड़ताल किए ऑनलाइन पैसे जमा कर दिए।
उसके बाद फिर मैनेजर को मैसेज आया, तो उसे शक होने लगा और उन्होंने फोन कर डायरेक्टर से बात की, जिसके बाद उसका शक यकीन में बदल गया और उसे समझ आ गया कि उसके साथ ठगी हुई है।
कंपनी के डायरेक्टर की फोटो होने के कारण नहीं की ज्यादा पूछताछ
सिविल लाइन थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, राजातालाब निवासी खालिद अहमद नूडल्स कंपनी में मैनेजर हैं। उनकी पोस्टिंग दिल्ली में है, लेकिन वर्क फ्रॉम होम करने की वजह से यहीं से काम कर रहे थे। अचानक एक अप्रैल को मैनेजर के पास कंपनी के डायरेक्टर विकास हजराति के नाम से मैसेज आया। उसमें डायरेक्टर की फोटो लगी थी, लेकिन नंबर नया था। मैनेजर की फोटो लगी होने के कारण उसने ज्यादा पूछताछ नहीं कर पाया।
दोबारा ठगने की कोशिश के बाद खुला पर्दा
मैसेज में कहा कि उन्हें एक कंपनी का गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहा गया। मैसेज में डायरेक्टर की ओर से कहा गया कि उन्हें किसी को गिफ्ट करना था। मैसेज देखकर खालिद ने 4 लाख 60 हजार रुपये जमा कर दिए। इसके कुछ दिन बाद फिर से खालिद को मैसेज आया। इस बार उसे शक हुआ, फिर उसने तुरंत फोन कर कंपनी के डायरेक्टर को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद खालिद को पता लगा कि यह डायरेक्टर का नंबर नहीं है और उसने पहले भी पैसे की मांग नहीं की थी।
पहले भी कई बड़े अधिकारियों के साथ हुई ठगी की कोशिश
इससे पहले भी कई बड़े मंत्री, नेता और कारोबारियों के साथ ऑनलाइन ठगी करने का प्रयास किया गया है। इस मामले में जिसमें आइएएस और आइपीएस अधिकारियों ने भी शिकायत की थी। इससे पहले भी एक बार गिफ्ट कार्ड खरीदने के नाम पर एक बड़ी कंपनी के मैनेजर के साथ पांच लाख रुपये की ठगी की गई थी, जिस मामले में जांच-पड़ताल करने के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इंटरनेट से जुटाते हैं जानकारी
ठग अपने लिए सारी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से इकट्ठा करते हैं। वो किसी भी कंपनी के मैनेजर की फोटो, फोन नंबर और सभी पर्सनल जानकारी इंटरनेट से लेकर उनकी कंपनी के अन्य कर्मचारियों को मैसेज करते हैं और उनकी जरूरत के मुताबिक पैसों की मांग करते हैं, ताकि किसी को शक न हो।