उत्तराखंड: चीन सीमा तक जाने वाले मार्ग पर गिरी विशाल चट्टान, रास्ता हुआ बंद, देंखे वीडियो…

पिथौरागढ़: चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट- लिपुलेख पर गर्बाधार के पास चार दिन से बंद मार्ग खोलने के लिए बारूदी विस्फोट करना भारी पड़ गया। मार्ग करने के लिए किए गए बारूदी विस्फोट से विशाल चट्टान भरभरा कर सड़क पर गिर गई, जिससे फिर से मार्ग बंद हो गया।

मार्ग खुलने की आस में मौके पर पहुंचे सौ से डेढ़ सौ के आसपास आदि कैलास यात्री और स्थानीय लोग बाल-बाल बचे। यहां चार दिनों से मार्ग बंद होने से तीन सौ से अधिक यात्री और स्थानीय लोग उच्च हिमालय में फंसे हैं

चार दिन पूर्व चीन सीमा तक जाने वाले लिपुलेख मार्ग पर गर्बाधार के पास सड़क चौड़ीकरण के लिए बारूदी विस्फोट किया गया था। विस्फोट के चलते भारी चट्टान गिरने से कुछ मीटर सड़क ध्वस्त हो गई थी। जिसके चलते आदि कैलास यात्रा में गए यात्रियों सहित स्थानीय लोग फंसे हैं। जिनकी संख्या तीन सौ के आसपास बताई जा रही है।

इधर विगत चार दिनों के बीच आदि कैलास दर्शन को जाने वाले यात्रियों का धारचूला में जमघट लगा था। सोमवार दिन तक मार्ग खुलने के आसार बने थे। जिसे लेकर धारचूला से यात्रियों सहित स्थानीय लोग उच्च हिमालय को जाने के लिए गर्बाधार पहुंचे थे।

मार्ग खोलने के लिए यहां पर बारूदी विस्फोट किया गया। विस्फोट से हिली चट्टान दरकने लगी और विशाल बोल्डर गिरने लगे। जिससे आसपास खड़े यात्रियों ने भाग कर जान बचाई। इस दौरान चट्टान के दरकने से दूर-दूर तक पत्थर पहुंचने लगे। मौके पर धूल का गुबार भी नजर आया।

साथ ही लिपुलेख मार्ग के शीघ्र खुलने के आसार समाप्त हो गए। उच्च हिमालय में फंसे यात्रियों व स्थानीय लोगों का धारचूला पहुंचना मुश्किल हो चुका है। वहीं धारचूला से यात्रा में जा रहे लोग वापस धारचूला लौटने लगे हैं। आदि कैलास यात्रा में जाने वाले यात्री देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे हैं। केएमवीएन के अलावा निजी टूर एवं ट्रेवल्स द्वारा संचालित यात्रा में भारी संख्या में यात्री विगत चार दिनों से धारचूला में फंसे हैं। ऊपर से अन्‍य यात्रियों का धारचूला पहुंचने का सिलसिला जारी है।

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