उत्तराखंड: बिजली दरों में 9.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी, हर महीने इतने रुपयों का लगेगा झटका

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग-यूईआरसी ने इस बार दस साल बाद बिजली बिलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। उत्तराखंड में बिजली बिलों में सबसे अधिक बढ़ोतरी वर्ष 2009 में 17 प्रतिशत हुई थी। 2010 में भी 10 प्रतिशत तक बिजली दरें बढ़ाई गईं। इसके बाद दरों में बढ़ोतरी ढाई से 7.30 प्रतिशत के बीच ही रही। इस बार विद्युत नियामक आयोग बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर ऊर्जा निगम पर मेहरबान रहा। 

दस साल बाद अब एक बार फिर से आयोग ने बिजली दरों में 9.64 प्रतिशत बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी का भार बीपीएल से लेकर घरेलू, कमर्शियल से लेकर उद्योगों पर एक सिरे से डाला गया है। सालों से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को लेकर विद्युत नियामक आयोग का रवैया थोड़ा नरम ही रहा। इस बार गजब तरीके से घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों में बढ़ोतरी से किसी भी प्रकार का कोई परहेज नहीं किया गया। 

विद्युत नियामक आयोग ने पिछले साल भी ऊर्जा निगम के बार बार भेजे जाने वाले बिजली बढ़ोतरी के प्रस्तावों को मंजूरी देने में किसी तरह का कोई परहेज नहीं किया। पिछले साल उपभोक्ताओं पर 26 पैसे से लेकर 1.11 रुपये प्रति यूनिट तक का झटका दिया गया था। पहले एक अप्रैल 2022 से 2.68 प्रतिशत की वृद्धि बिजली दरों में की गई।

सितंबर में ऊर्जा निगम की पुनर्विचार याचिका में आयोग ने दरों में 3.85 प्रतिशत की वृद्धि की। अक्तूबर में एफसीए के रूप में सात पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए। ऐसे में पिछली बार न्यूनतम 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों पर कुल 26 पैसे प्रति यूनिट का भार पड़ा। 200 यूनिट वालों को 51 पैसे, 400 यूनिट वालों को 71 पैसे, कमर्शियल को 1.02 रुपयेे प्रति यूनिट का भार पड़ा।

साल-दर-साल इस तरह  बढ़ी बिजली  की कीमतें 
वर्ष    बढ़ोत्तरी(%)

2009-10    17
2010-11    10
2013-14    5.0    
2014-15    00           
2015-16    7.30
2016-17    5.10
2017-18    5.80
2018-19    2.60
2019-20    3.50
2020-21    4.50
2021-22    4.30
2022-23    2.68
2023-24    9.64

इस तरह बढ़ी बिजली दरें
कैटेगरी            अप्रैल 2022        अप्रैल् 2023 

100 यूनिट         2.90                  3.15
100-200           4.20                 4.60
200-400          5.80                  6.30
400 से ऊपर     6.55                  6.95

कॉमर्शियल      5.90                   6.70
एलटी उद्योग    4.50                  5.15
एचटी उद्योग    4.80                  5.50 (दर रुपये प्रति यूनिट)

हर महीने 25 से 200 रुपये का झटका
घरेलू श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने बिजली बिलों में 25 रुपये से लेकर 200 रुपये का झटका लगेगा। 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों का बिल 25 रुपये, 200 यूनिट वालों का 80 रुपये, 300 यूनिट वालों का 150 और 400 यूनिट तक खर्च करने वालों का बिल हर महीने 200 रुपये तक बढ़ जाएगा। 

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