दरभंगा में होली पर पसरा मातम, तालाब में नहाने गए 5 दोस्त डूबे, एक की गई जान
बिहार के दरभंगा में होली का पर्व मातम में बदल गया। विश्वविद्यालय थाना इलाके के कंकाली मंदिर स्थित पोखर में पांच दोस्त डूब गए। इनमें से एक की मौत हो गई, वहीं अन्य चार को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। सभी दोस्त रंग-गुलाल खेलने के बाद तालाब में नहाने गए थे। मृतक लड़के की उम्र 17 साल थी। गोताखोरों की मदद से उसका शव बाहर निकाला गया। होली के दिन किशोर की मौत होने से घर-पड़ोस का माहौल गमगीन हो गया है।
जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम पुष्कर था। वह अपने चार अन्य दोस्तों के साथ रामबाग के एक दोस्त के घर होली खेलने पहुंचा था। वहां कंकाली मंदिर के बगल के पोखर में सभी दोस्त मुंह में लगे रंग को धोने लगे। इसी दौरान पुष्कर डूबने लगा। उसे बचाने के प्रयास में बारी-बारी से सभी दोस्त पानी में डूबने लगे। रामबाग मोहल्ले के ही पवन मंडल और छोटू मंडल के पुत्र ने पोखर में कई लड़कों को डूबते देखा। दोनों स्थानीय लड़कों ने पानी में उतरकर चार लड़कों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन पुष्कर पानी के अंदर डूब चुका था। पानी से सुरक्षित निकले सभी लड़के बदहवास थे।
मोहल्ले के लोगों ने घटना की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता मीना झा को दी। मीना ने वहां पहुंचकर घटना की सूचना विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष मदन प्रसाद को दी। घटना की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची। तब तक कई लोगों की भीड़ वहां जुट चुकी थी। कुछ लड़कों ने पोखर में उतरकर पुष्कर को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उसका शव नहीं मिला। इसी बीच पुष्कर के माता-पिता सहित कई परिजन वहां पहुंचे। पुष्कर की मां अपने बेटे को देखने के लिए काफी व्याकुल थी। वह बार-बार अपने बेटे को पानी से बाहर निकालने की गुहार लोगों से लगाती नजर आई। एक बार वह खुद पोखर में अपने पुत्र को निकालने के लिए उतर गई। किसी तरह उसके पति ने दिलासा देकर उसे पोखर से बाहर निकाला।
आखिरकार पुलिस व स्थानीय लोगों ने शव खोजने के लिए सीओ इंद्रासन साह को गोताखोर भेजने को कहा। कुछ देर बाद सीओ गोताखोर के साथ वहां पहुंचे। गोताखोर ने पानी के अंदर उतरकर पुष्कर को बाहर निकाला। वहां से उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष मदन प्रसाद ने कहा कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया गया है।