आफताब ने श्रद्धा का फोन फेंकने से पहले की थी रेकी, मछुआरे से ली CCTV कैमरों की जानकारी
मुंबई : श्रद्धा वालकर की जघन्य हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला ने मर्डर से जुड़े सबूतों को ठिकाना लगाने से पहले काफी रिसर्च की थी. उसने इस बात की पूरी जानकारी हासिल की थी कि मुंबई के समंदर से लगे इलाकों में कहां-कहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. इसके बाद उसने श्रद्धा की मौत से जुड़े कई सबूतों को समंदर में फेंक दिया. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा का मोबाइल फोन भायंदर की खाड़ी में फेंकने से पहले आफताब ने इस पूरे इलाके की रेकी की थी. अपनी इस रेकी के दौरान वह एक मछुवारे से मिला था और यह पता किया था कि किस इलाके में सीसीटीवी नही लगा है. पूरी जानकारी लेने के बाद उसने श्रद्धा का मोबाइल खाड़ी में फेंका था.
वसई पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस को यह भी शक है कि 3 नवंबर को आफताब जब मानिकपुर पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया था तो श्रद्धा का फोन उसके पास ही था. पूछताछ के बाद जब उसे यह एहसास हो गया कि वह फंस सकता है तो उसने वापस जाते वक्त उसने श्रद्धा के मोबाइल फोन को खाड़ी में फेंक दिया. सूत्रों के मुताबिक पुलिस को इस बात का भी शक है कि आफताब ने उन्हें पूछताछ में खाड़ी में मोबाइल फेंकने की गलत लोकेशन बताई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा के मोबाइल फोन के साथ-साथ आफताब ने हत्या से जुड़े कई और सबूत को भी भायंदर की खाड़ी में फेंका था.
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वसई पुलिस के सूत्रों के मुताबिक मुंबई वापस आने के बाद आफताब कई बार वसई और नालासोपारा के कई इलाकों में गया था. जिसकी जानकारी पुलिस को उसके कॉल डेटा रिकॉर्ड से मिली है. सूत्रों के मुताबिक आफताब ने पुलिस को गुमराह करने और गिरफ्तारी से बचने के कई तरीकों के बारे में स्टडी की थी. इसके बारे में उसने इंटरनेट और कई अन्य स्रोतों से जानकारी हासिल करने की कोशिश की थी. जिसके उपयोग से उसने पुलिस को हर बार चकमा देने की कोशिश की.