Uttarakhand: गुलदार के शावक को बिल्ली का बच्चा समझ घर लाकर दूध पिलाने लगे बच्चे, ग्रामीणों के उड़े होश

बागेश्वर : उत्तराखंड के बागेश्वर में बुधवार को एक अजीब घटना घटी. दरअसल इस इलाके के बच्चे जंगल से गुलदार के शावक को बिल्ली का बच्चा समझ कर घर ले आये और फिर उसके साथ खेलने लगे. तभी एक ग्रामीण की नजर पड़ी तो पता चला कि यह तो बिल्ली का नहीं गुलदार का बच्चा है. इसके बाद सभी के होश उड़ गये. गुलदार के इस बच्चे को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है.

बता दें, बागेश्वर नगर से कुछ ही दूरी पर मेहनरबूंगा गांव है. गांव के आस पास जंगल भी है. ग्रामीण बच्चे अक्सर वहां खेलने चले जाते हैं. बुधवार दिन में बच्चे जंगल में खेल रहे थे तभी वहां उन्हें घायल अवस्था में गुलदार का शावक दिखा, जिससे बच्चों ने बिल्ली का बच्चा समझ पकड़ लिया और घर ले आये. इसी गांव की रहने वाली बीना रावत बताती हैं कि बच्चे गुलदार के शावक को बिल्ली का बच्चा समझकर दूध पिलाने लगे.

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आनन-फानन में वन विभाग को दी गई सूचना

बताया जाता है कि घर वालों ने भी इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, क्योंकि काफ़ी दिनों से ये बच्चा गांव के आस पास घूम रहा था. सभी ने इससे पहले गुलदार का बच्चा ही समझा था. लेकिन, तभी एक बुजुर्ग ने देखा तो वे एकदम घबरा गये उन्होंने चीखते हुए कहा कि अरे ये तो गुलदार का शावक हैं. इसके बाद गांव में खलबली मच गई. आनन फानन में वन विभाग को सूचना दी गई. वन विभाग की टीम ने गुलदार के बच्चे को कब्जे में ले लिया.

गांव में पहुंचा गुलदार, ग्रामीण घबराए 

वन विभाग की टीम ने पुष्टि करते हुए बताया है कि बच्चा गुलदार का है जिसकी उम्र लगभग 2 महीने है और शावक के पैर में चोट लगी है.इलाज कराने के बाद शावक को जंगल में छोड़ दिया जाएगा. इधर ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग शावक को ले तो गये, लेकिन शाम होते ही एक गुलदार गांव में धमक गया. ग्रामीणों का कहना है कि शायद वो शावक गुलदार की मां हो और अपने शावक को खोज रही हो.अब ग्रामीण इस चिंता में हैं कि कहीं मां गुलदार ज्यादा आक्रमक होकर कहीं ग्रामीणों पर हमला ना कर दे.

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