यूपी में किसान करेंगे स्ट्राबेरी की खेती, उद्यान विभाग देगा 50 प्रतिशत तक अनुदान

यूपी में सीतापुर जिले के किसानों के लिए अच्छी खबर है। सरकार उन्हें पहली बार स्ट्राबेरी की खेती करने का मौका देने जा रही है। स्ट्राबेरी की खेती करने वाले किसानों 40 से 50 प्रतिशत के बीच अनुदान दिया जाएगा। देश के कई हिस्सों में किसान स्ट्राबेरी की खेती बहुत पहले से कर रहे हैं। अब योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों से भी इसकी खेती शुरू कराने का निर्णय किया है। सरकार ने एक्जोटिव फ्रूट क्रॉप के तहत उद्याग विभाग को दस हेक्टेयर में किसानों से खेती कराने का लक्ष्य दिया है। 

उद्यान निरीक्षक अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि स्ट्राबेरी की खेती करने वाले किसानों को कुल लागत का 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा अनुदान के तौर दिया जाएगा। विभाग द्वारा किसानों को विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ विभाग में पंजीकृत किसानों को ही दिया जाएगा। किसे लाभ मिलेगा, इसका निर्णय पहले आओ- पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा।

बलुई दोमट मिट्टी में मिलता है अच्छा उत्पादन
वैसे तो स्ट्राबेरी की खेती किसी भी तरह की मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सर्वोत्तम रहती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि इसकी खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान उपयुक्त रहता है। अधिक तापमान होने पर पौधे मुरझाने लगते हैं। उन्होंने बताया कि स्ट्राबेरी की खेती पालीहाउस व खुले दोनों में की जा सकती है।

स्ट्राबेरी का फल पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें एंटीआक्सीडेंट के साथ ही बिटामिन बी वन, बी टू, नियासिन, प्रोटीन, विटामिन सी और खनिज होते हैं। इसके अलावा भी सेहत के लिए फायदेमंद अन्य तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में स्ट्राबेरी की मांग हमेशा बनी रहती और रेट अच्छा मिलता है। बड़े शहरों में फ्रेस स्ट्राबेरी के फलों की मांग छोटे शहरों की अपेक्षा कहीं ज्यादा होती है। विक्रेता खेत से ही फल ले जाते हैं।

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