हरिद्वार में जहरीली शराबकांड! एक साथ 4 लोगों की मौत से मचा हाहाकार
हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के फूलगढ़ गांव में संदिग्ध शराब पीने से हुई 4 लोगों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में डेरा जमाया है. लापरवाही के चलते पथरी थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से इन चारों की तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई. चार लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन जहरीली शराब पर रोक लगाने में नाकाम है. जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ रहा है.
एक सप्ताह में दो मौतें
फूलगढ़ के जिन चार परिवारों में मौत हुई है, उनमें से एक परिवार में एक सप्ताह के भीतर शराब पीने से दो मौत हो चुकी है. मृतक अमरपाल के भाई इंदर कुमार ने बताया कि पिछले सप्ताह उसके सबसे बड़े भाई की शराब पीने के कारण तबीयत बिगड़ी थी और मौत हो गई. वहीं कल छोटे भाई की शराब पीने के कारण मौत हुई है. मृतक अमरपाल के दो छोटे बच्चे हैं जो अब बेसहारा हो गए हैं.
अधिकारियों में चल रही आपसी खींचतान
हरिद्वार एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 4 लोगों की एक साथ मौत होना गंभीर विषय है. इसकी जांच कराई जाएगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारण का पता लग पाएगा. डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर पथरी थाना इंचार्ज रविंद्र कुमार समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई अवैध शराब कारोबार के खिलाफ लापरवाही बरतने की ओर इशारा करती है. हालांकि जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि यह मामला जहरीली शराब के सेवन से हुई मौत का नहीं लगता. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के सही कारण सामने आएंगे.
मामले की होगी एसआईटी जांच
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं. जिसके बाद डीजीपी अशोक कुमार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. 3 सदस्यों वाली एसआईटी की हेड आईपीएस रेखा यादव को बनाया गया है. एसआईटी में एक इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं.