यूपी: शेखपुर गांव में मुहर्रम से ठीक पहले एक बार फिर तनाव की स्थिति
दिल्लीः शेखपुर गांव में मुहर्रम से ठीक पहले एक बार फिर तनाव की स्थिति।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में मुहर्रम नजदीक आते ही शेखपुर गांव में तनाव बढ़ जाता है. इस गांव का इतिहास रहा है कि यहां 10 दिन पहले ही फोर्स तैनात कर दी जाती है. पुलिस की कड़ी निगरानी में मुहर्रम को संपन्न कराया जाता है. इस बार भी माहौल कुछ ऐसा ही है. राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है. वह कुंडा तहसील में मजहबी गेट हटाने के लिए धरना दे रहे थे. तो चलिए जानते हैं आखिर कब और कहां से उत्पन हुई शेखपुर गांव में मुहर्रम के पहले विवाद की यह स्थिति.
दरसअल, बात 2012 की है, जब कुंडा के शेखपुर गांव में सड़क के किनारे एक बंदर की मौत हो गई थी, जिसके बाद वहां ग्रामीणों ने एक हनुमान मंदिर का निर्माण कर दिया. इसके बाद वहां हनुमान पाठ और भंडारे का आयोजन किया जाने लगा. इसका आयोजन राजा उदय प्रताप सिंह ही करते थे. यह भंडारा मुहर्रम के दिन ही होता था. 2013 और 2014 में दो साल भंडारा और मुहर्रम का जुलूस साथ निकला, लेकिन 2015 के मुहर्रम पर मुस्लिम समुदाय ने हनुमान मंदिर पर भंडारे और झंडे का विरोध करते हुए अपनी ताजिया नहीं उठाई और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद बाद मामला पुलिस-प्रशासन तक पहुंच गया.